संदेश

कोविड-19 लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कोरोना रिटर्न : बस्ती में नौ एक्टिव केस : रहें सतर्क

चित्र
                             (बृजवासी शुक्ल) बस्ती (सू.वि.उ.प्र.)। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि वर्तमान में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से जनपद में नौ (09) कोरोना पॉजिटिव केस मिले है। जनपद में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है, जिसकी रोकथाम हेतु बचाव के लिए सुरक्षात्मक उपाय तथा सतर्कता प्रबन्धन के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उन्होंने राजस्व विभाग के नोडल अधिकारी अपर जिलाधिकारी, एवं पुलिस विभाग के नोडल अधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक एवं विकास विभाग के नोडल अधिकारी जिला विकास अधिकारी तथा अन्य समस्त विभागों के कार्यालयाध्यक्ष को नोडल अधिकारी नामित करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिया।  उन्होंने कहा कि इस बीमारी से घबराने की आवश्यकता नही है बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है। इस बीमारी का फैलाव संक्रमित व्यक्ति के द्वारा खासने और छीकने पर मुंह एवं नाक से निकलने वाले ड्रापलेट्स के माध्यम से होता है। उन्होने बताया कि छीकते-खांसते समय रूमाल अथवा टिशू पेपर इस्तेमाल करने के साथ ही साथ साबुन एवं पानी से ...

डॉ. नीलोफर उस्मानी को कोरोना योद्धा सम्मान

चित्र
                              (नीतू सिंह)  बस्ती (उ.प्र.)। जिले में लगभग चार दशक से शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य डॉ. नीलोफर उस्मानी को समाजसेवी/कई शिक्षण संस्थानों के प्रबंधक डा वी.के वर्मा ने कोरोना योद्धा सम्मान से सम्मानित किया। इस अवसर पर कोरोना योद्धा से सम्मानित शिक्षाविद उस्मानी ने कहा कि सम्मान से समाज सृजन के कार्य को बल मिलता है, सामाजिक कार्यों के प्रति वे हमेशा प्रयासरत् रहेंगी। इस अवसर पर अयूब अहमद, युवा समाजसेवी महेश तिवारी (बाबाजी), रमेश मिश्र महामंत्री प्रेस क्लब, पत्रकार आशुतोष नारायण मिश्र, आकाश शुक्ल (अयोध्या), अभिषेक शुक्ल, एवं राज शुक्ल मौजूद रहे।            ➖    ➖    ➖    ➖    ➖ देश दुनिया की खबरों के लिए गूगल पर जाएं लॉग इन करें : - tarkeshwartimes.page सभी जिला व तहसील स्तर पर संवाददाता चाहिए मो. न. : - 9450557628

सावधान : बस्ती में कैली के आर्थो डॉ. सौरभ द्विवेदी कोरोना पाजिटिव

चित्र
                                (नीतू सिंह)  बस्ती (उ.प्र.)। बस्ती जिले में महर्षि वशिष्ठ स्वशाषी चिकित्सा विश्वविद्यालय (मेडिकल कॉलेज बस्ती) के एक वरिष्ठ आर्थोपेडिक चिकित्सक डॉ सौरभ द्विवेदी कोरोना पाजिटिव पाये गये हैं। इसके साथ ही जिले में इस वक्त दो कोरोना पाजिटिव केस हैं। एक बुजुर्ग कोरोना पाजिटिव महिला का इलाज मेडिकल कॉलेज की चिकित्सा इकाई कैली अस्पताल में चल रहा है।  बता दें कि डॉ. सौरभ द्विवेदी कैली अस्पताल में ओपीडी में मरीज देखते हैं। हड्डी मामलों के विशेषज्ञ और वरिष्ठ चिकित्सक होने के नाते इनकी ओपीडी में मरीजों की संख्या अधिक होती है। हालांकि अस्पताल में और चिकित्सकों द्वारा भी कोविड - 19 प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया जाता है, पर डॉ. द्विवेदी ने गले में मामूली खराश आदि के मद्देनजर अपना टेस्ट करवाया तो आज आई रिपोर्ट में इन्हें पाजिटिव पाया गया। इसके पहले से जो कोविड - 19 पाजिटिव महिला कैली अस्पताल में भर्ती हैं, वो बस्ती के ही श्री कृष्णा मिशन हास्पिटल से आयी थीं। आर्थो सर्जन डॉ. सौरभ द्विवे...

कोविड टीकाकरण को लेकर सीडीओ ने की प्रधानाचार्यों की बैठक

चित्र
                              (नीतू सिंह)  बस्ती (सू.वि.उ.प्र.) कोविड -19 टीकाकरण के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के सभी स्कूल, कॉलेज के प्रधानाचार्यो के साथ बैठक की गयी। सीडीओ डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने कहा कि सभी एबीएसए, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से समन्वय स्थापित करके अधिक से अधिक बच्चों का टीकाकरण कराएं। समीक्षा में उन्होने पाया कि विद्यालयों में काफी बच्चे टीकाकरण से वंचित हैं और टीम के जाने पर वे वहॉ उपलब्ध नहीं मिलते हैं। इसके लिए उन्होंने प्रधानाचार्यो से अपील किया कि अधिक से अधिक बच्चों को विद्यालयों में उपस्थित कराएं। ऐसे मौके पर उनके अभिभावक भी उपस्थित रहें।  उन्होंने कहा कि स्कूलों में टीमों के जाने पर बहुत कम बच्चे मिलते हैं। 21 व 22 अप्रैल को पुनः टीकाकरण टीम विद्यालयों में जाएगी। इस तिथि को सभी बच्चे अवश्य उपस्थित हों ताकि उनका टीकाकरण कराई जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नए वैरीएंट के मरीजों का मिलना शुरू हो गया है। टीकाकरण से ही हम सभी बच्चों को सुरक्षित रख सकते हैं। उन्होंने कहा क...

बस्ती : डीएम ने दिए 12 - 14 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश, निजी स्कूलों में लगेंगे टीके

चित्र
                          (विशाल मोदी)   बस्ती (सू.वि.)। जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने सभी एबीएसए तथा एमओआईसी को निर्देश दिया है कि 12 से 14 वर्ष आयु के बच्चों के टीकाकरण में तेजी लाएं। उन्होंने कहा कि अभी तक बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में टीका लग रहा है, परंतु अब निजी स्कूलों के छात्र-छात्राओं का भी टीकाकरण शुरू कराया जाए। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन प्रत्येक टीकाकरण टीम द्वारा कम से कम 100 बच्चों को टीका लगाए।  उन्होंने कहा कि टीम की संख्या के अनुसार 1 दिन में अधिक से अधिक निजी स्कूलों को संपर्क करें। टीकाकरण की कार्ययोजना सभी निजी स्कूलों के प्रधानाचार्य को उपलब्ध करा दी जाए, ताकि टीकाकरण टीम के पहुंचने पर अधिक से अधिक बच्चों को टीका लगाया जा सके। बैठक में उपस्थित प्राइवेट स्कूल के प्रधानाचार्यों को जिलाधिकारी ने निर्देशित किया है कि मंगलवार को टीकाकरण टीम जाएगी। अधिक से अधिक बच्चों का टीका लगवाएं। इसी प्रकार ब्लॉकवार कार्ययोजना तैयार करके निजी स्कूलों में ...

टीकाकरण से छूटे नौ हजार बच्चों को किया जा रहा प्रतिरक्षित

चित्र
                            (विशाल मोदी)  24 से 29 जनवरी तक चलाया गया था विशेष सर्वे कार्यक्रम बस्ती (उ.प्र.) । कोविड टीकाकरण के बीच नियमित टीकाकरण से छूटे हुए 9041 बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है। 24 से 29 जनवरी तक घर-घर चलाए गए भ्रमण अभियान के दौरान आशा व आंगनबाड़ी की टीमों ने इन छूटे हुए बच्चों को चिन्ह्ति कर सूची तैयार की है। टीकाकरण सत्र के दौरान अब इन बच्चों को टीका लगाया जा रहा है। शासन के निर्देश पर पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर 3671 टीमें बनाकर घर-घर भ्रमण अभियान चलाया गया। इसमें शून्य से दो वर्ष के ऐसे बच्चों को चिन्ह्ति किया गया जिन्हें किसी कारण से टीका नहीं लग सका था। टीम ने इन बच्चों की सूची तैयार कर संबंधित ब्लॉक को दे दी है। क्षेत्रीय एएनएम की मदद से अब इन बच्चों को बुधवार व शनिवार को चलने वाले नियमित टीकाकरण सत्र के दौरान टीका लगाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से समय-समय पर इस तरह का सर्वे कार्यक्रम संचालित कर छूटे हुए बच्चों को भी प्रतिरक्षित किया जा रहा है। इसका मकसद है कि टीकाकरण से कोई ...

कोरोना के साइड इफेक्ट से फट गया प्राईवेट पार्ट

चित्र
                               (प्रशांत द्विवेदी)  नई दिल्ली। एक तरफ जहां दुनियाभर में Omicron वैरिएंट की वजह से कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं, कई लोग ऐसे हैं जो लॉन्ग कोविड के शिकार हो रहे हैं। इसी बीच अमेरिका में रहने वाले एक 72 वर्षीय शख्स को कोरोना के एक भयानक और बेहद दुर्लभ दुष्प्रभाव का सामना करना पड़ा। अमेरिका में रहने वाले एक 72 वर्षीय शख्स को कोरोना के एक भयानक और बेहद दुर्लभ दुष्प्रभाव का सामना करना पड़ा।रिसर्च से पता चला कि ये कोविड साइड इफेक्ट है, जिसमें शख्स के प्राइवेट पार्ट में दिक्कत का दावा करते हुए पता चला कि प्राईवेट पार्ट फट गया था। जबकि साइड इफेक्ट के कारण अण्डकोश की त्वचा फट गई थी। यूरोलॉजी केस स्टडीज द्वारा प्रकाशित निष्कर्षों के अनुसार, कोरोना से ठीक होने के बाद शख्स के (अण्डकोश) टेस्टिकल (Testicle) की ऊपरी त्वचा में Pruritic Scrotal Ulcers (टेस्टिकल पर छाले) विकसित हुए। जिसके बाद उसकी प्राइवेट पार्ट (Scrotum Explodes) की त्वचा फट गई थी। इसका टेस्टिकल (Testicle)...

कोरोना लक्षण के मरीजों को खोजने का अभियान शुरू

चित्र
                           (विशाल मोदी)    पहली डोज न लगवाने वाले बुजुर्ग भी किए जाएंगे चिन्हित, घर - घर जाकर टीम कोविड के प्रति लोगों को करेगी जागरूक बस्ती (उ.प्र.) । कोविड टीकाकरण में तेजी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार से बड़ा अभियान छेड़ा है। कोविड संवेदीकरण व नियंत्रण के साथ कोविड के लक्षण युक्त व्यक्तियों तथा 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के कोविड टीके की पहली खुराक न लेने वालों को चिन्ह्ति कर उन्हें सूचीबद्ध किया जाएगा। सीएमओ डॉ. चंद्रशेखर ने बताया कि अभियान को कामयाब बनाने के लिए पोलियो टीकाकरण अभियान की तर्ज पर टीम बनाई गई है। टीम घर-घर जाकर लोगों को कोविड के संबंध में जानकारी देने के साथ ही टीके से वंचित लोगों की सूची तैयार करेगी। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि 24 जनवरी से 29 जनवरी तक यह अभियान चलेगा। 26 जनवरी को अवकाश रहेगा। कार्य योजना बनाकर जनपद के सभी घरों का भ्रमण कर सूची तैयार कराई जाएगी। अभियान में स्वास्थ्य विभाग के अलावा पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास विभाग...

कोरोना के सभी वैरिएंट पर प्रभावी है ये दवा

चित्र
                             (संतोष दूबे)   नई दिल्ली। अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी फाइजर का कहना है कि उसकी एंटीवायरल पैक्सलोविड दवा कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी है। कंपनी ने 3 लैब स्टडी रिपोर्ट जारी करके यह दावा किया। हालांकि अभी तक इन रिपोर्ट की समीक्षा होनी बाकी है।    'कोरोना के सभी वेरिएंट के खिलाफ कारगर' फाइजर के मुताबिक स्टडी से पता चला है कि पैक्सलोविड दवा (Paxlovid) में ओमिक्रॉन को कोशिकाओं में प्रतिकृति से रोकने की क्षमता है। यह दवा जरूरत से कई गुना अधिक प्लाज्मा सांद्रता (कंसेंट्रेशन) बनाए रखती है। फाइजर के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी मिकेल डोलस्टन ने कहा, हमने पैक्सलोविड को कोरोनावायरस के सभी वेरिएंट के खिलाफ डिजाइन किया है। 'मौत का खतरा कर देती है 90 प्रतिशत कम' उन्होंने कहा, आंकड़ों से पता चला है कि हमारी ओरल (मुंह के द्वारा ली जाने वाली) कोविड-19 थेरेपी इस कोरोना वायरस और ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण उपकरण हो सकती है। क्लीनिकल ट्रायल में सामने आय...

बस्ती : डीएम ने किया टीकाकरण केन्द्रों का स्थलीय निरीक्षण

चित्र
                              (विशाल मोदी)   बस्ती (सू.वि.उ.प्र.) । वृहद कोविड टीकाकरण महाभियान के दृष्टिगत जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने विकास खण्ड कुदरहा के टीकाकरण केन्द्र शुकुलपुरा तथा प्राथमिक विद्यालय कड़जा अजमतपुर का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने शुुकुलपुरा टीका केन्द्र पर फर्स्ट डोज के 20 छूटे हुए लोगों के पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त किया। उन्होने खण्ड विकास अधिकारी जय प्रकाश व एमओआईसी डॉ. फैज वारिश को निर्देश दिया कि 2007 से पूर्व जन्म वाले बच्चें जिनकी आयु 14 प्लस है, का तत्काल टीकाकरण कराकर दो दिन के अन्दर सूची कोविन पोर्टल पर दर्ज करायें। डीएम ने कड़जा अजमतपुर के कोटेदार पतिलाल तथा शुकुलपुरा के कोटेदार हरिश्चन्द्र को टीकाकरण में सहयोग न करने पर राशन उठान को रोके जाने का निर्देश डीएसओ को दिया। पूछताछ करने पर उन्हें ज्ञात हुआ था कि बिना टीका लगवाये ही दोनो कोटेदारों ने राशन कार्डधारक को राशन वितरित कर दिया। उन्होने निर्देश दिया कि संबंधित क्षेत्र की ए.एन.एम., आगनबाडी, आशा...

बस्ती में 10 लाख से अधिक को लग चुका कोरोना टीका : डीएम

चित्र
                             (विशाल मोदी)   बस्ती (सू.वि.उ.प्र.) । जिले में एक वर्ष में कुल 1093161 लोगों को कोविड का टीका लगाया गया है। सोलह जनवरी 2021 से टीका लगाने की शुरुआत हुई थी। सोलह जनवरी 2022 तक 1093161 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। यह जानकारी जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने दी है। उन्होंने बताया कि इसमें 23594 हेल्थ वर्कर तथा 22230 फ्रंटलाइन वर्कर है। शेष 1047337 साठ वर्ष के वरिष्ठ नागरिक है। इसमें से 1024259 लोगों को कोविशील्ड तथा 68092 को कोवैक्शीन लगायी गयी है।  डीएम ने बताया कि 17 मई से 18 से 44 वर्ष के लोगो को कोविड टीकाकरण शुरू किया गया। 16 जनवरी 2022 तक कुल 1472077 लोगों को टीका लगाया गया, जिसमें से 1345081 लोगों को कोविशील्ड तथा 126996 लोगों को कोवैक्शीन लगायी गयी है। 15 से 17 वर्ष के किशोरो को 03 जनवरी 2022 से टीकाकरण शुरू किया गया है। कुल 172848 लक्ष्य के सापेक्ष 126822 किशोरों को फर्स्ट डोज लगा दिया गया है।  उन्होंंने बताया कि जिले को 15 वर्ष से ऊपर किशोरों को टीकाकरण में प...

तेजी से बढ़ रहा ओमिक्रोन : खानपान में पांच चीजों का रखें ध्यान

चित्र
                            (नीतू सिंह)   साल 2022 शुरु होते ही एक बार फिर कोरोना वायरस ने तेजी से अपने पांव पसारना शुरु कर दिया है। मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या से लोग परेशान है। कोरोना के नए ओमिक्रोन वेरिएंट के सामने आते ही संक्रमितों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। देश में रोजाना एक लाख से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि ओमिक्रोन से संक्रमित ज्यादातर मरीजों में हल्के लक्षण ही नजर आ रहे हैं यही वजह है कि लोग इसे काफी हल्के में ले रहे हैं। कोरोना के तेजी से फैलने की बड़ी वजह भी यही है। ठंड में कई लोग इसे सिर्फ सर्दी-खांसी समझकर नजरअंदाज कर रहे हैं, जिसकी वजह से संक्रमण तेजी से फैल रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को लगातार आगाह कर रहे हैं और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कह रहे हैं। अगर आप कोरोना से संक्रमित हैं तो आपको खान-पान का बहुत ध्यान रखने की जरूरत है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति को खाने-पीने का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आपकी डाइट किसी भी संक्रमण से निपटन...

डीएम ने दिये प्रति ब्लाक प्रतिदिन 4500 टीकाकरण का लक्ष्य

चित्र
                             (विशाल मोदी)  बस्ती (सू.वि.उ.प्र.) । जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल ने प्रति ब्लॉक 3000 सेकेण्ड डोज तथा 1500 प्रति ब्लॉक 14 प्लस किशोरों को कोविड-19 टीका लगाने का प्रतिदिन का लक्ष्य निर्धारित किया है। जूम माध्यम से देर शाम टीकाकरण की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि टीकाकरण के अपडेशन का कार्य लगभग पूर्ण हो गया है, इसलिए ब्लॉक पर इस कार्य में तैनात पंचायत सहायक और रोजगार सेवक को गांव में लोगों को टीकाकरण केंद्र पर लाने के लिए तैनात किया जाए। प्रत्येक टीकाकरण केंद्र पर टीका लगवाने वाले लोगों का विवरण रजिस्टर में दर्ज किया जाए ताकि उनका पोर्टल पर विवरण अपलोड किया जा सके। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की कोई कमी नहीं है इसलिए दो-चार लोगों के आने पर भी वायल को खोला जाए।           (गौर में घर - घर जाकर टीकाकरण करने निकली टीम)      उन्होंने कहा कि फर्स्ट डोज लगवाने वाले लोगों को सेकेण्ड डोज लगवाने के लिए ड्यू डेट पर मैसेज भेजा गया है, परंतु कहीं-कहीं...

फ्लू जैसी बन जाएगी कोरोना की स्थिति

चित्र
                                (प्रशांत द्विवेदी)   नई दिल्ली। कोरोना महामारी के दो साल बीत चुके हैं। अब इसका कारण बने सार्स-कोव-2 वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट ने दुनियाभर में चिंता बढ़ा दी है। जितनी तेजी से यह वैरिएंट लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है और कई देशों में रिकार्ड मामले सामने आ रहे हैं, उसे देखते हुए चिंता स्वाभाविक भी है। हालांकि इसके तेज संक्रमण के साथ-साथ आंकड़े यह भी बता रहे हैं कि ओमिक्रोन का संक्रमण बहुत ज्यादा घातक नहीं है। जितनी तेजी से लहर फैल रही है, उतनी ही तेजी से इसका ढलान भी दिख रहा है। विज्ञानियों का एक वर्ग यह भी मान रहा है कि ओमिक्रोन ही महामारी के अंत का कारण बनेगा।    फ्लू जैसी बन जाएगी स्थिति  टीकाकरण ने ओमिक्रोन के संक्रमण को गंभीर होने से रोकने में कारगर भूमिका निभाई है। संक्रमण के बहुत कम मामले ही गंभीर हो रहे हैं। अमेरिका के सेंटर्स फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने संक्रमित लोगों के लिए क्वारंटाइन की अनिवार्यता को घटाकर पांच दिन कर दिया है। ओमिक्रोन...

ओमिक्रोन से निपटने के लिए राहत भरी खबर

चित्र
                             (ऋषभ शुक्ल)   नई दिल्ली। दुनिया भर में कोरोना वायरस के डेल्टा और डेल्टा प्लस वैरिएंट के बाद ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। दक्षिण अफ्रीका के बाद यह नया वैरिएंट 90 से अधिक देशों में फैल चुका है। भारत में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां तक कि कई एक्सपर्ट ओमिक्रॉन की वजह से देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर आने की आशंका जाहिर कर रहे हैं। ओमिक्रॉन को लेकर आशंकाओं और डर के माहौल के बीच वैज्ञानिकों ने एक राहत भरी खबर दी है। वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने उन एंटीबॉडी की पहचान की है, जो ओमिक्रॉन और कोरोनावायरस के अन्य वैरिएंट को बेअसर करने में सक्षम हैं। ये एंटीबॉडीज वायरस के उन हिस्सों को निशाना बनाती हैं जिनमें म्यूटेशन (जीन में बदलाव) के दौरान भी कोई बदलाव नहीं होता है। नेचर जर्नल में पब्लिश हुई इस स्टडी से वैक्सीन (Vaccine) और एंटीबॉडी (Antibodies) के इलाज को डेवलप करने में मदद मिल सकती है, जो न केवल ओमिक्रॉन बल्कि भविष्य में क...