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सुविधाजनक और शांतिपूर्ण होगा मोहर्रम का जुलूस : गांधीनगर पुलिस ने ताजियादारों संग की बैठक

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                             (विशाल मोदी)  बस्ती (उ.प्र.)। स्थानीय शहर की गांधी नगर पुलिस ने आगामी मोहर्रम के दृष्टिगत ताजियादारों के साथ बैठक कर सुविधाजनक और शांतिपूर्ण तरीके मोहर्रम का जुलूस निकाले जाने पर विधिवत चर्चा की और जरुरी दिशा-निर्देश दिये। मोहर्रम का चांद नजर आते ही पैगम्बरे - इस्लाम व उनकी आल के मानने वालों में गम की लहर दौड़ जाती है। हर साल अरबी माह मोहर्रम में कर्बला के शहीदों की याद मनाई जाती है।  शहर कोतवाली के गांधीनगर चौकी प्रभारी मनीष जायसवाल और उप निरीक्षक राकेेश मिश्र ने सभी के साथ बेहतर समन्वय स्थापित कर एक एक ताजिए के विषय में विस्तृत जानकारी ली। मनीष जायसवाल ने कहा कि ताजिए की ऊंचाई का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। प्रयास हो कि दस फीट से अधिक ऊंची ताजिया न हो। ऐसा करने से जुलूस के दौरान अनावश्यक व्यवधान से बचा जा सकता है। श्री जायसवाल ने प्रत्येक ताजियादारों से प्रशासन की अनुमति लेने की अनिवार्यता से अवगत कराते हुए त्योहार में कोई बाधा उत्पन्न न हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से तत्पर है। किसी भी तरह की समस्या आने पर तत्काल पुलिस से सम्पर्क करें और 112 की भी

पैगम्बर और सहाबा ने भी मनाया था इमाम हुसैन का गम

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                                (नीतू सिंह)  - कर्बला के शहीदों की याद मनाना पैगम्बर की है सुन्नत, पहली मोहर्रम को इमामबाड़ा शाबान मंजिल में हुआ कार्यक्रम बस्ती (उ.प्र.)। पहली मोहर्रम को शाबान मंजिल, गांधी नगर में आयोजित मजलिस को संबोधित करते हुए मौलाना हैदर मेंहदी ने कहा कि पैगम्बर और उनके सहाबा ने भी हुसैन का गम मनाया था। कर्बला के शहीदों की याद मनाना पैगम्बर की सुन्नत है। मौलाना ने कहा कि मस्जिदे-नबवी में एक रोज पैगम्बर बैठे हुए थे, उनकी गोद में छोटे नवासे हुसैन बैठे हुए थे। इसी बीच जिबरील फरिश्ता नाजिल हुए और फरमाया कि आपके नवासे को आपकी उम्मत के कुछ लोग तीन रोज तक भूखा-प्यासा रखकर शहीद कर देगी। यह सुनकर नबी रोने लगे। नबी ने जब अपने सहाबा को यह बात बताई तो आसुंओं से उनकी दाढ़ी भीग गई। मस्जिदे-नबवी में सिसकियां गूंजने लगी। यह बात जब पैगम्बर की बेटी हजरत फात्मा को मालूम हुई तो उनका भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मौलाना ने कहा कि कर्बला की घटना के बाद इमाम हुसैन के बेटे इमाम जैनुल आब्दीन अपने घर में मजलिस का आयोजन करते थे, जिसमें कर्बला की घटना का बयान होता था और उसमें शामिल लोग आंसू बहाते

महान स्वतंत्रता सेनानी राजकुमारी अमृत कौर : आजादी का अमृत महोत्सव

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                 !! देश की आज़ादी के 75 वर्ष !!  "आज़ादी का अमृत महोत्सव" में आज मैं देश की एक प्रख़्यात गाँधीवादी महिला स्वतन्त्रता सेनानी की बात कर रही हूँ, जिनका जन्म एक राजघराने में हुआ था। जलियाँवाला बाग नरसंहार देखकर तथा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी के सिद्धान्तों से प्रभावित होकर अपने भौतिक सुख-सुविधाओं को त्यागकर भारतीय स्वाधीनता संग्राम में शामिल हो गयीं और कूद पड़ीं देश को आज़ाद कराने। उन्होंने पंजाब में देश की आज़ादी और लोगों की मुक्ति के लिए लड़ाई लड़ी था तथा स्वतन्त्रता और सांप्रदायिक सद्भाव के संदेश का प्रचार करने के लिए पूरे देश की यात्रा की थी। राजकुमारी अमृत कौर स्वतन्त्र भारत की पहली कैबिनेट मंत्री पहली स्वास्थ्य मंत्री बनीं तथा 1950 में वह विश्व स्वास्थ्य संगठन की पहली महिला अध्यक्ष पहली एशियाई महिला थींं। उनकी ख़्याति देश में ही नहीं पूरे संसार में विख़्यात थी।                             प्रस्तुति - शान्ता श्रीवास्तव 73 - राजकुमारी अमृत कौर एक महान स्वतन्त्रता सेनानी समाजसेविका और विदुषी महिला थीं। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के लखनऊ नगर में 02 फरवरी 1889 को

नजर आया मोहर्रम का चांद, इमामबाड़ों में गूंजी सदाए हुसैन

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                       (मनीष श्रीवास्तव 'अंकुर')  - पहली मोहर्रम आज, कर्बला के शहीदों की मनाई जाएगी याद - इमामबाड़ों, मस्जिदों में आज से शुरू होगा मजलिसों का सिलसिला बस्ती (उ.प्र.)। इंसानी तारीख के सबसे दर्दनाक वाकए की याद मनाने के लिए हर साल अरबी माह मोहर्रम में कर्बला के शहीदों की याद मनाई जाती है। मोहर्रम का चांद नजर आते ही पैगम्बरे-इस्लाम व उनकी आल के मानने वालों में गम की लहर दौड़ जाती है। कर्बला में नवासए रसूल हजरत इमाम हुसैन व उनके 72 साथियों को यजीद इब्ने माविया की फौज ने तीन दिन तक भूखा-प्यासा रखने के बाद शहीद कर दिया था। शहीद होने वालों में छह माह का अली असगर भी था। हर साल इसी गम की याद दुनिया में मनाई जाती है। मोहर्रम का चांद होने के बाद शनिवार रात इमामबाड़ा शाबान मंजिल, गांधी नगर में मजलिस का आयोजन किया गया। मजलिस में सोगवार काले कपड़े पहनकर पहुंचे, सभी की आखें अश्कबार नजर आ रही थीं, उनके चेहरों से ऐसा मालूम हो रहा था कि कर्बला का वाकया कल ही हुआ है। इमामबाड़ों में पहुंचकर महिलाओं ने अपने सोग के प्रतीक चूड़ी आदि का त्याग किया।  मजलिस को खिताब करते हुए मौलान हैदर मेंहदी ने

महान क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी सरस्वती देवी : आजादी का अमृत महोत्सव

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                 !! देश की आज़ादी के 75 वर्ष !!  "आज़ादी का अमृत महोत्सव" में आज भारतीय स्वाधीनता संग्राम के दौरान जेल जाने वाली बिहार की पहली महिला स्वतन्त्रता सेनानी जो देश की आज़ादी की लड़ाई में अपनी प्रसव पीड़ा को भी भूल गयी थीं। भारत छोड़ो आंदोलन के कारावास के दौरान उन्होंने अपने बच्चे को जन्म दिया था। ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकने के लिए हर आंदोलन में बढ़ - चढ़कर हिस्सा लिया तथा कई बार जेल गयी थीं। सामाजिक बुराइयों के विरूद्ध भी अपनी आवाज़ बुलन्द करती रही थीं और "देवी जी" के नाम से प्रसिद्ध हुईं। महान क्रान्तिकारी और समाजसेविका महिला सेनानी हैं "सरस्वती देवी"                                   प्रस्तुति - शान्ता श्रीवास्तव 72 - सरस्वती देवी देश को आज़ाद कराने के लिए आज़ादी की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने वाली और जेल जाने वाली झारखंड बिहार की पहली महान क्रान्तिकारी महिला सेनानी थीं। उनका जन्म अविभाजित बिहार के हजारीबाग (अब झारखंड में) जिला के बिहारी दुर्गा मंडप के पास 05 फरवरी 1901को हुआ था। उनके पिता का नाम राय विष्णु दयाल लाल सिन्हा था। जो संत को

चित्रांश क्लब ने डीएम एसपी को दी बधाई, किया सम्मानित

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                              (नीतू सिंह)  बस्ती (उ.प्र.)। सावन माह के पवित्र पर्व पर भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक को जाने वाले कांवरियों की उत्तम देखरेख, व्यवस्था और यातायात के बेहतर प्रबंधन के लिए सामाजिक सेवा संस्था चित्रांश क्लब के संरक्षक एवं हरैया विधायक प्रतिनिधि पंडित सरोज मिश्र, जिला अध्यक्ष सत्येंद्र श्रीवास्तव एवं क्लब के संस्थापक अश्वनी कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में चित्रांश क्लब ने जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन और पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव को सम्मानित किया है। चित्रांश क्लब के संस्थापक अश्वनी श्रीवास्तव ने कहा कि अयोध्या से पवित्र सरयू जी का जल भरकर आने वाले लाखों कांवरियों के जत्थे की निगरानी करना आसान बात नहीं है। उन्होंने कहा कि बस्ती प्रशासन ने बहुत ही अच्छी तरह चाक चौबन्द व्यवस्था करके भक्तों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई हैं। इसके लिए पूरा प्रशासन बधाई का पात्र है। इस अवसर पर मुनव्वर हुसैन जी, धर्म प्रकाश श्रीवास्तव, दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव, दुर्गेश कुमार देव ,विनय प्रताप सिंह रिंकू ने पूरे क्लब के साथियों के साथ मिलकर बाबा भदेश्वर नाथ धाम में सकुशल जलाभिषेक और पवित

कांवड़ मेले में खैर ट्रस्ट शिविर ने दिया सद्भावना का संदेश, मो. अकरम ने की कांवरियों की सेवा

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                              (नीतू सिंह)  बस्ती (उ.प्र.)। पवित्र श्रावण मास की त्रयोदशी तिथि को श्री धाम अयोध्या से जल लाकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने वाले शिवभक्त कांवरियों की सेवा में अबुल खैर वक्फ ट्रस्ट 38 के मुतवल्ली मो. अकरम ने तीन दिनों के लिए दवाईयों और खानपान का शिविर लगाकर भक्तों की सेवा की।  समाजसेवी मो. अकरम द्वारा कांवड़ भक्तों की सुविधा के लिये भण्डारा, निःशुल्क चिकित्सा शिविर 24, 25 एवं 26 जुलाई मंगलवार तक चला। इस कैम्प में बोल बम के नारों के बीच गंगा जमुनी परम्परा का अनूठा रंग देखने को मिला। कावड़ लेकर निकले शिव भक्तों की सेवा के लिये पुलिस अधीक्षक आवास के निकट अबुल खैर ट्रस्ट वक्फ 38 के मुतवल्ली एवं बेगम खैर गर्ल्स इण्टर कालेज के प्रबन्धक मो. अकरम के संयोजन में सेवा शिविर लगा कर कांवड़ भक्तों की सेवा की गई। तीन दिन तक चले शिविर के समापन अवसर पर मो. अकरम ने कहा कि संसार में मानव की सेवा सबसे बड़ा धर्म है। कावड़ भक्त तपस्या कर अयोध्या धाम से पैदल चलकर भद्रेश्वरनाथ एवं अन्य शिव मंदिरों पर जलाभिषेक करते हैं। उनकी सेवा करना सबका दायित्व है। स्वयं मो. अकरम ने कांवड़ भक्तों क

कारगिल शौर्य दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि, शौर्य स्तम्भ पर मनाया गया विजय दिवस

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                              (विशाल मोदी)  बस्ती (उ.प्र.)। कारगिल युद्ध की विजय के 23 वर्ष हमारे लिए गर्व के वर्ष हैं। 26 जुलाई 1999 को इसी दिन भारतीय सेना ने कारगिल युद्ध के दौरान चलाये गये ऑपरेशन विजय को सफलता पूर्वक अंजाम दिया था। इसीलिए इस दिवस को कारगिल विजय दिवस के रूप में पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास बोर्ड, भारत विकास परिषद, वशिष्ठ शाखा बस्ती, एनसीसी व सनातन धर्म संस्था के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में कारगिल बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी गई। भारत विकास परिषद के अध्यक्ष डॉ. डीके गुप्ता ने कहा कि 23 वर्ष पूर्व 5000 मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित टाइगर हिल पर जब भारतीय सेना ने तिरंगा फहराया उस वक्त देश के प्रत्येक व्यक्ति के मन में सुरक्षा का जो भाव पैदा हुआ वह आज तक बना हुआ है। इस दौरान जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास बोर्ड बस्ती के अधिकारी कैप्टन विजेंद्र ने उपस्थित एन सी सी कैडेट्स, पूर्व सैनिकों व शहर के गणमान्य नागरिकों को सम्बोधित करते हुये कहा कि हम सबको भारतीय सेना के पराक्रम पर गर्व है, कारगिल युद्ध कई मामलों में

संतकबीरनगर पुलिस में सर्वेश राय और राकेश मिश्र सहित सात का प्रमोशन

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                             (अर्जुन सिंह)  संतकबीरनगर। जिले में सात उप निरीक्षक प्रोन्नति के बाद निरीक्षक बनाए गये हैं। इसमें तीन थाना प्रभारी और तीन चौकी प्रभारी शामिल हैं। पुलिस कप्तान सोनम कुमार ने सभी इन्सपेक्टर को बधाई देते हुए स्टार लगाया। इन्सपेक्टर बनाए गये लोगों में तेज तर्रार दुधारा थानाध्यक्ष सर्वेश राय और कोतवाली खलीलाबाद के वरिष्ठ उप निरीक्षक राकेश मिश्र शामिल हैं। राज्य पुलिस मुख्यालय से प्रदेश में कुल 1017 उप निरीक्षकों को प्रोन्नत कर निरीक्षक बनाया गया है। इनमें संतकबीरनगर के सात उप निरीक्षक प्रोन्नत हुए हैं। इसमें प्रोन्नति की सूची जारी से पहले सब इंस्पेक्टर्स ने अपने खिलाफ निलंबन, अनुशासनिक कार्रवाई या आपराधिक आरोप के आधार पर अभियोजन की कार्रवाई के बारे में स्व हस्ताक्षरित घोषणा पत्र दिया था, जिसके बाद सब इन्सपेक्टर से इन्सपेक्टर पद पर प्रोन्नत पुलिस कर्मियों के नाम पर मोहर लगाई गई है। संतकबीरनगर जिले में तैनात जिन सात उप निरीक्षकों के कंधे पर अब थ्री स्टार लगेगा, उसमें उप निरीक्षक सर्वेश कुमार राय, अनिल कुमार सिंह, संतोष कुमार मिश्र, रमजान अली, मनोज पटेल, विजय कुमार

केरल की पहली महिला सांसद महान स्वतंत्रता सेनानी एनी मस्कारेने : आजादी का अमृत महोत्सव

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            !! देश की आज़ादी के 75 वर्ष !!   "आज़ादी का अमृत महोत्सव" में आज एक ऐसी गुमनाम महिला स्वतन्त्रता सेनानी व साहसी राजनेता की बात कर रही हूँ जिन्होंने आज़ादी की लड़ाई में निडरता के साथ भाग लिया था। उनकी सक्रियता के कारण कई बार गिरफ्तारियां और कारावास हुए। वह केरल की पहली निर्वाचित महिला सांसद पहली महिला राज्यमंत्री बनने के साथ ही देश के संविधान सभा की सदस्य भी थीं। उनका नाम है "एनी मस्कारेने"                                    प्रस्तुति - शान्ता श्रीवास्तव 71 - एनी मस्कारेने केरल की महान महिला स्वतन्त्रता सेनानी, वकील, साहसी राजनेता तथा त्रावणकोर राज्य काँग्रेस में शामिल होने वाली पहली महिला और स्वतंत्र भारत में साल 1951 में हुए पहले आम चुनाव में केरल के तिरूवनंतपुरम लोक सभा क्षेत्र से (निर्दलीय) स्वतन्त्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और जीतकर संसद में पहुँचने वाली केरल की पहली महिला सांसद थीं। वह पहली राज्यमंत्री भी थीं। भारत के संविधान को मूल रूप देने वाली समिति में 15 महिलाएं भी शामिल थीं। उनमें एक नाम एनी मस्कारेने का भी है। उन्होंने संविधान निर्म

सीजेआई ने द्रौपदी मुर्मू को दिलाई राष्ट्रपति की शपथ

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                            (प्रशांत द्विवेदी)  नई दिल्ली। द्रौपदी मुर्मू को देश की 15वीं राष्ट्रपति के तौर पर चीफ जस्टिस एनवी रमना ने शपथ दिलाई। वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हैं। सुबह सवा 10 बजे द्रौपदी मुर्मू ने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ ली। मुर्मू को 21 तोपों की सलामी दी गई। उप राष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, मंत्रिपरिषद के सदस्य, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, विभिन्न राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, संसद सदस्य आदि समारोह में शामिल हुए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी। उधर, पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि शपथ लेने के बाद राष्ट्रपति मुर्मू ने देश की उपलब्धियों पर जोर दिया और आगे के रास्ते को लेकर एक भविष्यवादी दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। उन्होंने अपना भाषण जोहार (आदिवासी इलाकों में जोहार का मतलब नमस्कार) कहकर शुरू किया। शपथ ग्रहण के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की। कांग्रेस अध्यक्ष सोन

बस्ती में साढ़े 6 हजार राशन कार्ड सरेंडर, 3 हजार निरस्त

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                               (विशाल मोदी)   बस्ती (उ.प्र.)। जिले में साढ़े छ: हजार कार्ड धारकों ने अपने राशन कार्ड सरेंडर किये हैं। जिनके पास गाड़ी सहित अन्य सुख सुविधाओं की चीजें थीं, जिससे वे पात्रता की श्रेणी से बाहर थे। अपात्रों के खिलाफ जब विभागीय कार्रवाई शुरू हुई तो सभी ने अपना राशन कार्ड सरेंडर कर दिया। इसके साथ ही विभागीय जांच में अपात्र पाये गये तीन हजार राशन कार्डों को निरस्त किया गया है। जिला पूर्ति अधिकारी सत्यवीर सिंह ने बताया कि जनपद में 4 लाख 23 हजार लोग राष्ट्रीय खा़द्य सुरक्षा योजना के तहत लाभान्वित हो रहे हैं। इन लोगों में हर माह शासन की मंशा के अनुरूप खाद्यान्न का वितरण किया जा रहा है, कोविड के दौरान यह योजना लोगों के लिए काफी मुफीद साबित हुई। बस्ती जिले में तीन हजार कार्ड धारक अपात्र पाए गए। अपात्रों के खिलाफ जब विभाग की ओर से जांच शुरू हुई तो, तीन हजार कार्ड धारक अपात्र पाए गए। इन सभी के राशन कार्ड को विभाग की ओर से निरस्त कर दिया गया है। चेतावनी भी दी गई है कि भविष्य में इस तरह की गलती दोबारा नहीं करेंगे।डीएसओ सत्यवीर सिंह ने कहा कि पूरी कोशिश है कि पात्रों को ह