संदेश

अप्रैल, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बस्ती : फिरौती के लिए अपहृत अखंड को छुड़ा लाई बस्ती पुलिस : दो सगे भाईयों ने किया था अपहरण : गिरफ्तार

चित्र
                                (विशाल मोदी)   बस्ती (उ.प्र.)। जिले के रुधौली कस्‍बे से छ: दिन पहले फिरौती के लिए अपहरण किये गये कपड़ा व्‍यवसायी अशोक कसौधन के 13 साल के बेटे अखंड कसौधन को पुलिस ने बरामद कर लिया है। अखंड को सहजनवां नगर पंचायत के शिवपुरी कालोनी स्थित एक मकान पर दबिश देकर किडनैपर्स के चंगुल से मुक्‍त कराया गया। पहेली बन चुके इस अपहरण कांड के खुलासे में उप निरीक्षक जनार्दन प्रसाद की सूझबूझ ने एक कड़ी पकड़ी, तो मामला परत दर परत खुलता चला गया। अलबत्ता यह जरुर है कि इस मामले में पूरे रेंज की पुलिस को खासी मसक्कत करनी पड़ी और एसटीएफ को भी लगाया गया था।   (अपहृत बच्चे की बरामदगी और गिरफ्तारी करने वाली पुुलिस टीम के साथ आईजी राजश  मोदक, एसपी आशीष श्रीवास्तव, अखण्ड और उसके माता - पिता। पीछे खड़े दोनों नकाबपोश गिरफ्तार अपराधी हैं )  आईजी रेंज राजेश मोदक और पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में उक्त अनावरण की जानकारी दी। अपहरणकर्ता सूरज सिंह और आदित्य सिंह पुत्र कृपानंद सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों सगे भाई हैं। अखंड को सहजनवां में एक कमरे में हाथ बांध

बस्ती : स्पेशलिस्ट डॉ. से कराएं अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन, एपेक्स डायग्नोस्टिक्स

चित्र
                            (नीतू सिंह)   बस्ती (उ.प्र.)। स्थानीय शहर में अब गोल्ड मेडलिस्ट महिला चिकित्सक द्वारा उच्च गुणवत्ता युक्त जांच की सुविधा उपलब्ध है। हाल ही में यहां कैली रोड पर एपेक्स डायग्नोस्टिक सेन्टर की शुरुआत हो गई है। यहां योग्य चिकित्सक द्वारा स्वयं ही बेहतर तरीके से अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन और एक्स रे की जांच की जा रही है। जिसे पूरी प्रमाणिकता के साथ कहीं भी दिखाया और इलाज कराया जा सकता है। एपेक्स का संचालन करने वाली डॉ. तनु मिश्रा एमडी रेडियोलॉजी हैं। ये स्थानीय महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज बस्ती की चिकित्सा इकाई ओपेक हास्पिटल कैली में भी अपनी सेवाएं दे रही हैं। डॉ. तनु इसके पहले डॉ. राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय लखनऊ में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं और गोल्ड मेडल भी प्राप्त कर चुकी हैं। डॉ. तनु मिश्रा ने बताया कि मरीज के हित को ध्यान में रखते हुए कोई भी जांच पड़ताल पूरी गहनता और सूक्ष्मता के साथ की जानी चाहिए, इससे उसकी समस्या का मूल कारण प्रकट हो जाता है। इसके बाद ही समस्या का सटीक और कारगर उपचार सम्भव हो पाता है। योग्य चिकित्सक द्वारा की गयी जाँच और प्रमाणिक रिपोर्ट के

देश की पहली महिला शहीद स्वतंत्रता सेनानी अवंती बाई : आजादी का अमृत महोत्सव

चित्र
                  !!  देश का आज़ादी के 75 वर्ष  !!  "आज़ादी का अमृत महोत्सव" में देश के लिये अपना सर्वस्व न्योछावर कर देने वाली वीर वीरांगनाओं की वीर गाथा भारत की पवित्र भूमि पर गूँजती है और उनका शौर्यपूर्ण जीवन प्रत्येक भारतीय के जीवन को मार्गदर्शित करता है। प्रस्तुत है आज देश के प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम की "पहली महिला शहीद" की कहानी। जिन्होंने अँग्रेजों के विरूद्ध ऐतिहासिक युद्ध किया जो भारत की आज़ादी में बहुत बड़ा योगदान है।  प्रस्तुति - शान्ता श्रीवास्तव 21 - "रानी अवंतीबाई लोधी" - रामगढ की रानी अवंतीबाई पूरे भारत में "अमर शहीद वीरांगना रानी अवंतीबाई" के नाम से विख़्यात हैं। रेवांचल में "मुक्ति आन्दोलन" की सूत्रधार थीं। वे जीतेजी अँग्रेजों के हाथ नहीं आयीं और मरते मरते हजारों लोगों को फाँसी और अँग्रेजों के अमानवीय व्यवहार से बचा लिया था। लोधी समाज की महावीरांगना रामगढ की रानी अवंतीबाई झाँसी की महारानी लक्ष्मीबाई की ही तरह अपने पति के अस्वस्थ होने पर अपने राज्य का कार्यभार सँभालकर अपनी सुयोग्यता का परिचय दिया था। इनका जन्म मध्य प्र

बस्ती : 29 से 12 तक बंटेगा तेल, चना, नमक और राशन : डीएसओ सत्यवीर सिंह

चित्र
                              (नीतू सिंह)  बस्ती (उ.प्र.)। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से राशन कार्ड धारकों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत सभी को रिफाइन्ड तेल, चना और नमक उन्तीस अप्रैल से बारह मई तक कोटेदारों द्वारा बांटा जाएगा। यह जानकारी जिला पूर्ति अधिकारी सत्यवीर सिंह ने बताया कि यह वितरण अप्रैल के सापेक्ष होगा। डीएसओ ने कोटेदारों को चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं है।       (सत्यवीर सिंह डीएसओ बस्ती)     आयुक्त खाद्य तथा रसद विभाग, उत्तर प्रदेश जवाहर भवन लखनऊ के कार्यालय पत्र संख्या-1333, दिनांक-26.04.2022 के अनुपालन में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अर्न्तगत माह अप्रैल, 2022 के सापेक्ष दिनांक-29.04.2022 से 12.05.2022 के मध्य जनपद के समस्त कार्डधारको को खाद्यान्न के साथ-साथ चना, नमक एवं रिफाइन्ड ऑयल ई-पॉस मशीन के माध्यम से शासन द्वारा दिये गये निर्देशो के क्रम में उचित दर विक्रेता द्वारा कार्डधारकों को वितरण किया जायेगा । जिला पूर्ति अधिकारी सत्यवीर सिंह ने बताया कि अन्त्योदय तथा पात्र गृहस्थी योजना के सभी कार्डधा

गौ संरक्षण : न्यायालय की सक्रियता पर सरकारी कर्मियों की उदासीनता : डॉ. राधेश्याम द्विवेदी

चित्र
                          (डॉ. राधेश्याम द्विवेदी)  समुद्र मन्थन के दौरान इस धरती पर दिव्य गाय की प्रकट हुई थी जिस कारण भारतीय गोवंश को माता का दर्जा दिया गया है, इसलिए उन्हें "गौमाता" कहा जाता है। हमारे शास्त्रों में गाय को पूजनीय बताया गया है इसीलिए हमारी माताएं बहनें रोटी बनाती है तो सबसे पहली रोटी गाय की अलग कर देती हैं । गाय का दूध अमृत तुल्य कहा जाता है। भागवत पुराण के अनुसार, सागर मन्थन के समय पाँच दैवीय कामधेनु ( नन्दा, सुभद्रा, सुरभि, सुशीला, बहुला) निकलीं थीं। कामधेनु या सुरभि (संस्कृत: कामधुक) ब्रह्मा द्वारा ली गई। दिव्य वैदिक गाय (गौमाता) ऋषि को दी गई ताकि उसके दिव्य अमृत पंचगव्य का उपयोग यज्ञ, आध्यात्मिक अनुष्ठानों और संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए किया जा सके।  इलाहाबाद हाईकोर्ट के पवित्र विचार इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा है कि गाय का भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान है। गाय को भारत देश में मां के रूप में जाना जाता है और देवताओं की तरह उसकी होती पूजा है। इसलिए गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिया जाना चाहिए। गाय के संरक्षण को हिंदुओं का

बस्ती : सड़क हादसे में छात्रा की मौत

चित्र
                                (नीतू सिंह)   बस्ती (उ.प्र.)। हंसराज लाल इण्टर कालेज में प्रेक्टिकल की परीक्षा देने जा रही करीब अठारह वर्षीय छात्रा की पुरानी बस्ती क्षेत्र के मकबूल गंज के पास सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसे में उसकी सहेली को भी चोटें आयीं, जिसे इलाज के बाद घर भेज दिया गया है। बस्ती - कांटे मार्ग पर 26 अप्रैल की सुबह प्रैक्टिकल परीक्षा देने जा रही मुण्डेरवा थाना क्षेत्र के बोदवल निवासी वैष्णवी प्रजापति उर्फ खुशी इण्टरमीडिएट की छात्रा थी। वह अपनी स्कूटी से घर से निकली टेमी निवासी अपनी अपनी सहेली को मुण्डेरवा के पास गोदमवा तिराहे से अपने साथ स्कूटी पर बैठाकर हंसराज लाल इण्टर कॉलेज गनेशपुर प्रैक्टिकल देने के लिए रवाना हुई। बस्ती - कांटे मार्ग पर मकबूलगंज के पास वह पहुंची ही थी कि पीछे से आ रहे अज्ञात ट्रक ने उसे अपने चपेट में ले लिया जिसकी वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उसकी दोस्त को भी चोटें आईं। स्थानीय लोगों ने परिवार को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुरानी बस्ती पुलिस दोनों को लेकर जिला अस्पताल पहुँची। जहां वैष्णवी को मृत घोषित कर दिया गया। उसकी दोस्त को प्राथमिक उपचार क

संजय जायसवाल ने अग्नि पीड़ितों को दिया आर्थिक सहयोग

चित्र
                            (शैलेन्द्र पाण्डेय)  सोनहा (बस्ती)। भीषण गर्मी के बीच अग्निकाण्डों का सिलसिला अचानक तेज हो गया है। इसमें जहां अनेक लोगों का घर जल गया वहीं गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई। पूर्व विधायक एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय प्रताप जायसवाल ने पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं के साथ अग्नि पीड़ितों के घर पहुंचकर उन्हें ढाढस बधाया और गरीब परिवारों को तत्काल अपने स्तर से यथोचित आर्थिक सहायता मौके पर दिया।  उन्होंने आश्वस्त किया कि शासन स्तर पर अग्नि पीड़ितों को आर्थिक सहायता दिलाने में वे अपने स्तर से सहयोग करेंगे। पूर्व विधायक संजय प्रताप जायसवाल के मीडिया प्रभारी अमर सोनी ने बताया कि नगर पंचायत रूधौली क्षेत्र के रामबहाल, राधेश्याम, विन्द, शकुन्तला, रश्मि, प्रमिला, विजेन्द्र प्रसाद आदि के घरों में आगजनी हुई। पूर्व विधायक संजय ने अग्नि पीड़ितों को ढाढस बधाते हुये सहयोग का आश्वासन दिया। इस मौके पर पूर्व विधायक संजय के साथ मनोज सिंह, राजेश सिंह, चिन्ताहरण पाण्डेय, अनूप, दीपू आदि शामिल रहे।        ➖    ➖    ➖    ➖    ➖ देश दुनिया की खबरों के लिए गूगल पर जाएं लॉग इन करें :

स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना ऊदा देवी : आजादी का अमृत महोत्सव

चित्र
               !! देश की आज़ादी के 75 वर्ष !!  "आज़ादी का अमृत महोत्सव" में आज एक ऐसी भारतीय दलित वीरांगना की कहानी है जिनकी वीरता के लिये भारतीयों से अधिक अँग्रेजों ने दिया था सम्मान! आज हम 75 वीरांगनाओं की कड़ी में जिक्र कर रहे हैं ऊदा देवी पासी का।                                            प्रस्तुति - शान्ता श्रीवास्तव 20 - "ऊदा देवी" - अँग्रेजों से लोहा लेने वाली एक दलित महिला सैनिक जिन्होंने ब्रिटिश सेना के 32 सैनिकों को अकेले मार गिराया था! उनकी वीरता पर उस दौर में कई लोकगीत गाये जाते थे। जिनमें से एक गीत है - "कोई उनको हब्सिन कहता कोई कहता नीच अछूत! अबला कोई उन्हें बतलाये कोई कहे उन्हें मजबूत!!" उनका जन्म - उत्तर प्रदेश में लखनऊ के पास "उजरियांव" गाँव में एक दलित वर्ग की पासी जाति में 30जून 1830 के आस पास हुआ था। मात्र 13वर्ष की उम्र में उनका विवाह मक्का पासी से हुआ था जो लखनऊ के नवाब वाज़िद अली शाह की सेना में एक सैनिक थे वे बेहद साहसी और बहादुर थे।  ऊदा देवी बचपन से ही जुझारू स्वभाव की थीं। उनके ससुराल वाले प्यार से अपनी लाडली बहू को

अचानक जिला अस्पताल पहुंचे विधायक : डॉ. के केबिन में मिला दलाल, ले गयी पुलिस

चित्र
                            (अर्जुन सिंह)  सन्तकबीरनगर। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का हाल जानने के लिए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक लगातार अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर रहे है। इसी कड़ी में संत कबीर नगर जनपद के सदर विधायक अंकुर राज तिवारी ने सोमवार को जिला अस्पताल मे आम आदमी की तरह बिना किसी काफिले के अकेले जिला अस्पताल में पहुंचकर औचक निरीक्षण किया।औचक निरीक्षण की जानकारी मिलते ही अस्पताल में मौजूद अधिकारियों व डॉक्टरों में हड़कंप मच गया। वहां एक डॉ. की केबिन में एक दलाल के मिलने पर उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। अस्पताल परिसर में गंदगी देख विधायक नाराजगी भी जाहिर की और जिम्मेदारों को फटकार लगाते हुए दो दिनों के अंदर अस्पताल परिसर को पूरी तरह से साफ करने का अल्टीमेटम भी दिया। निरीक्षण के दौरान लगभग आधा दर्जन डाक्टर गायब रहे।इसके बाद वह वार्डों में पहुंचे। जहां मरीजों से उनके द्वारा बातचीत की गई। इसी के साथ उन्होंने भर्ती मरीजों के पास जाकर भी व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी हासिल ली। सदर विधायक अंकुर राज तिवारी ने कहा कि किसी भी दशा में मरीजों के साथ लापरवाही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने

किलकारी हास्पिटल ने नवजात को दी नई जिन्दगी

चित्र
                                 (नीतू सिंह)   बस्ती (उ.प्र.)। जिले के कप्तानगंज में स्थित किलकारी हॉस्पिटल के चिकित्सकों की टीम ने एक नवजात मासूम बच्चे को नई जिंदगी दी है। जो लगभग असम्भव मालूम हो रहा था। करीब साढ़े छ: महीने की गर्भावस्था के दौरान ही बच्चा पैदा करना पड़ा था और मां की मौत हो गई थी। इसके बाद करीब ढाई माह के अथक परिश्रम के बाद किलकारी हास्पिटल ने बच्चे पूरी तरह स्वस्थ करने के बाद उसके परिजनों को सौंपा तो लोग गदगद हो गये और अस्पताल परिवार के प्रति आभार प्रकट किया किया और ढेरों दुआएं दीं।  बीते फरवरी माह में उक्त किलकारी हास्पिटल में प्री मेच्योर बच्चे का जन्म हुआ था और जन्म के समय ही बच्चे के माँ की मृत्यु हो गयी। ये बभनान क्षेत्र का परिवार था, जो कई जगहों से वापस हो चुका था। अन्त में किलकारी ने उन्हें भरोसा दिया और अपनी कोशिशों पर लगातार जुटे रहे।जन्म के समय से ही बच्चे की हालत काफी नाजुक थी। बच्चे के बचने की उम्मीद कम होने से किलकारी हॉस्पिटल के चिकित्सकों द्वारा बड़ा चांस लिया गया।  बच्चे के जन्म केवल 26 हफ्ते में ही होने के कारण बच्चे का वजन महज 1 किलो 100 ग्राम था। बच

स्वतंत्रता आंदोलन की महान वीरांगना तारा रानी श्रीवास्तव : आजादी का अमृत महोत्सव

चित्र
              !! देश की आज़ादी के 75वर्ष !!  "आज़ादी का अमृत महोत्सव" में आज एक ऐसी गुमनाम महिला स्वतन्त्रता सेनानी की कहानी है जिन्हें अपने देश के तिरंगे से बेहद प्रेम था देश के लिये मर मिटने को तैयार थीं जिसने अँग्रेजों की गोली से शहीद हुये पति को खोकर भी फहराया था तिरंगा और अपने पति की जान से भी ज्यादा अपने देश के तिरंगे को दिया था सम्मान। इसी कड़ी में तारकेश्वर टाईम्स 75 वीरांगनाओं को प्रकाशित कर रहा है।                                       प्रस्तुति - शान्ता श्रीवास्तव  19 - "तारा रानी श्रीवास्तव" - एक भारतीय स्वतन्त्रता सेनानी थीं जिन्होंने देश की आज़ादी के लिये अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया लेकिन इनकी शहादत गुमनाम रही। देश की आज़ादी के बाद उनके योगदान को भुला दिया गया। वे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी के भारत छोड़ो आन्दोलन का भी हिस्सा थीं। इनका जन्म बिहार के पटना से नजदीक सारण में हुआ था। बहुत कम उम्र में ही इनकी शादी बिहार के सिवान निवासी एक स्वतन्त्रता सेनानी फुलेन्दु बाबू से हुई थी। शादी के बाद वे अपने पति के हर कदम पर साथ रहीं। तारा रानी श्रीवास्तव बहुत

महान स्वतंत्रता सेनानी रानी गाइदिनल्यू : आजादी का अमृत महोत्सव

चित्र
                !! देश की आज़ादी के 75 वर्ष !!  "आज़ादी का अमृत महोत्सव" में आज भारत की स्वतन्त्रता के लिये क्रान्तिकारी आन्दोलन चलाने वाली एक आदिवासी स्वतन्त्रता सेनानी जिन्हें "नागालैण्ड की रानी लक्ष्मीबाई" के नाम से जाना जाता हैं जिनका मानना था कि "अपनी संस्कृति, भाषा और अपनी मिट्टी को नज़रअंदाज करने का मतलब होगा अपनी पहचान को गँवा देना" तारकेश्वर टाईम्स भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव मे अवसर पर 75 वीरांगनाओं के व्यक्तित्व और कृतित्व से आपको रुबरू करा रहा है। अब तक 17 महान विभूतियों के बारे में हम आपको अवगत करा चुके हैं।                            प्रस्तुति - शान्ता श्रीवास्तव     18 - "रानी गाइदिनल्यू" - "पद्म भूषण" से सम्मानित रानी गाइदिनल्यू का जन्म - मणिपुर के ग्राम - नुंग्काओं में 26जनवरी 1915 को हुआ था। इनकी माता का नाम - करोटलियेनलिउ और पिता का नाम - लोथानाग था। वह बचपन से ही स्वतन्त्र और स्वाभिमानी स्वभाव की थीं। उस क्षेत्र में स्कूलों की कमी के कारण उनकी औपचारिक शिक्षा नहीं हो