गेम जोन में धू धू कर जल गईं 30 जिंदगियां, 12 बच्चों सहित 30 जिंदा जले, 4 अरेस्ट


 राजकोट के गेम जोन में भीषण आग से 12 बच्चों सहित 30 जिंदा जले : शवों की पहचान नहीं, डीएनए से होगी शिनाख्त : 4 गिरफ्तार 

                (संतोष दूबे)

राजकोट (गुजरात)। गुजरात में राजकोट शहर के कालावड रोड पर स्थित टीआरबी गेम जोन में कल 25 मई शनिवार की शाम करीब 4.30 बजे लगी भीषण आग में तीस लोगों की हृदय विदारक मौत हो गयी। मृतकों में 12 बच्चे भी शामिल हैं। फायर ब्रिगेड की 8 टीमों ने करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। 25 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया गया। राहत कार्य रातभर जारी रहा। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेन्द्र मोदी सहित तमाम वरिष्ठ नेताओं ने इस भीषण हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। सीएम भूपेन्द्र पटेल और गृह मंत्री हर्ष सांघवी मौके पर पहुंच कर स्थितियों और घटना के बारे में जरुरी जानकारियां जुटा रहे हैं।

बताया जा रहा है कि गेम जोन में 3500 लीटर डीजल रखा था। हादसा की मुख्य वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन वेल्डिंग की चिंगारी से आग लगने और डीजल की वजह से पलक झपकते ही दिल को झखझोर देने वाला हादसा हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कालावड रोड स्थित इस गेम जोन में वीकेंड की वजह से 500 रुपए का टिकट 99 रुपए में दिया जा रहा था। इसलिए भीड़ ज्यादा थी। टीआरबी गेम जोन के मालिक युवराज सिंह सोलंकी, पार्टनर प्रकाश जैन, राहुल राठौड़ और मैनेजर नितिन जैन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हादसे के बाद चारों ने फोन बंद कर लिया था।
 यहां किराए की 2 एकड़ जमीन पर तीन मंजिला गेम जोन 2020 में बनाया गया था। इसका स्ट्रक्चर लकड़ी और टीन शेड पर खड़ा था। कई जगह रिपेयरिंग और रेनोवेशन का काम भी चल रहा था। एक जगह सीढ़ी पर वेल्डिंग के दौरान निकली चिंगारी से ब्लास्ट हुआ और आसपास आग लग गई। गेम जोन का डोम कपड़े और फाइबर से बना था। देखिए वीडियो खबर - 
 

स्ट्रक्चर लकड़ी, टीन और थर्मोकोल शीट से बनाया गया था। फर्श पर भी रबड़, रैग्जिन और थर्मोकोल लगा था। इसके अलावा गेम जोन में 2 हजार लीटर डीजल और 1500 लीटर पेट्रोल भी स्टोर किया गया था। इसलिए आग कुछ मिनटों में ही तेजी से फैल गई। बताया जा रहा कि आग नीचे से ऊपर तक कुछ ही मिनटों में फैल गई थी। तीन मंजिला स्ट्रक्चर में नीचे से ऊपर जाने के लिए केवल एक सीढ़ी थी। दूसरी और तीसरी मंजिल के लोगों को भागने का मौका नहीं मिला।
जिलाधिकारी आनंद पटेल ने कहा, शव इतनी बुरी तरह जले हैं कि पहचान मुश्किल है। डीएनए टेस्ट कराना होगा। राजकोट के सभी गेम जोन बंद कर दिए गए हैं। पुलिस कमिश्नर राजू भार्गव के मुताबिक, टीआरपी गेम जोन के पास फायर एनओसी तक नहीं थी। सरकार ने जांच के लिए SIT बनाई है।

    हाईकोर्ट ने मांगी रिपोर्ट 

 गुजरात हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बीरेन वैष्णव और देवेन देसाई ने राज्य के 4 बड़े शहरों अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट और सूरत के सभी गेम जोन की डिटेल मांगी है। कोर्ट ने चारों महानगरों की महानगरपालिकाओं को 24 घंटे में इसकी जानकारी देने को कहा है।

फायर विभाग के अधिकारी पार्थ ब्रह्मभट्ट ने कहा कि राजकोट में आग की घटना के बाद वडोदरा के सभी गेम जोन की जांच-पड़ताल की गई। फिलहाल सभी गेम जोन सुरक्षित हैं हालांकि इन्हें बंद रखने का आदेश दिया गया है। सरकार के ऑर्डर के बाद ही ओपन किया जाएगा।

 मालिक सहित 8 पर एफआईआर 

राजकोट के गेम जोन हादसे में युवराज सिंह, प्रकाश जैन समेत आठ आरोपियों के खिलाफ तालुका पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है। क्राइम ब्रांच ने कई आरोपियों को हिरासत में लिया है।

गुजरात हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बीरेन वैष्णव और देवेन देसाई ने राज्य के 4 बड़े शहरों अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट और सूरत के सभी गेम जोन की डिटेल मांगी है। कोर्ट ने चारों महानगरों की महानगरपालिकाओं को 24 घंटे में इसकी जानकारी देने को कहा है। कोर्ट ने पूछा है कि बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गेम जोन के ढांचे का निर्माण किसकी अनुमति व देखरेख में होता है। साथ ही सुरक्षा व सुविधाओं के किन - किन मानकों को ध्यान में रखकर गेम जोन को परमिशन दी जाती है।

गेम जोन में आग से 30 लोगों की जिंदा जलने की घटना पर गुजरात हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है। कोर्ट इस पर खुद सुनवाई कर रही है। हाई कोर्ट के एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष ब्रिजेश त्रिवेदी और वकील अमित पांचाल चीफ जस्टिस बीरेन वैष्णव और देवेन देसाई की बेंच के सामने दलीलें पेश कर रहे हैं। वकीलों ने जज के सामने घटना से जुड़े कई न्यूज पेपर की कटिंग पेश की हैं। इसके अलावा TRB गेम जोन से जुड़ी अन्य कई जानकारियां भी कोर्ट को दी हैं।
गेम जोन हादसे में मारे गए लोगों की पहचान के लिए 25 डीएनए सैंपल गांधीनगर भेजे गए। इनकी रिपोर्ट 48 घंटे बाद आएगी। एम्स में 16 शवों को कोल्ड स्टोरेज में रखा गया है। जबकि सिविल हॉस्पिटल में 11 शव रखे गए हैं। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और गृह मंत्री हर्ष सांघवी टीआरबी गेमिंग जोन अग्निकांड में घायल लोगों से मिलने राजकोट एम्स हॉस्पिटल पहुंचे।
एसआईटी (SIT) ने आज रविवार तड़के स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों के गेम जोन अग्निकांड को लेकर मीटिंग की। इस दौरान गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी भी शनिवार देर रात राजकोट पहुंचे और बैठक में शामिल हुए। टीम ने बताया कि मृतकों की पहचान के लिए शवों और पीड़ितों के रिश्तेदारों के डीएनए सैंपल लिए गए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि घायलों के इलाज के लिए एम्स राजकोट में 30 ICU बेड तैयार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राजकोट में आग लगने से बच्चों और लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है। मैं इस घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।" साथ ही उन्होंने कहा कि हादसे के बाद से एक व्यक्ति लापता है, जिसकी तलाश जारी है। राजकोट क्राइम ब्रांच ने टीआरबी गेम जोन में लगा डीवीआर जब्त किया है। सीसीटीवी में नजर आ रहा है कि वेल्डिंग के दौरान गिरी चिंगारी से देखते ही देखते आग फैल गई थी।

सैंपल खराब हुआ तो दोबारा सैंपलिंग कराई जाएगी : एफएसएल डायरेक्टर

एफएसएल निदेशक ने कहा है कि शवों की शिनाख्ती के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। आमतौर पर टेस्ट रिजल्ट में 2 घंटे से 48 घंटे तक का समय लगता है, लेकिन सैंपल कमजोर होने की स्थिति में हमें दोबारा नमूना लेना होगा। ऐसे मामलों में कई बार सैंपल कमजोर रहते हैं।

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