सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में 3 गिरफ्तार, सामने आयी हत्या की वजह

                (संतोष दूबे)

नई दिल्ली। जयपुर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दो शूटर समेत उन्हें भगाने व अन्य सुविधाएं मुहैया कराने वाले एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। विदेश में छिपे राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा ने अपने शूटरों के जरिए गोगामेड़ी की हत्या कराई। आनंदपाल को पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से ही थी गोगामेड़ी की हत्या की साजिश रची जा रही थी। 

     (नितिन फौजी)          (रोहित गोदारा)

            मुख्य बातें 

विदेश में छिपे कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा के शूटरों ने की थी गोगामेड़ी की हत्या।

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दोनों शूटर समेत इन्हें भगाने व सुविधाएं मुहैया कराने वाले एक शख्स को चंडीगढ़ के कमल रिसार्ट से दबोचा।

जयपुर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष थे सुखदेव सिंह गोगामेड़ी।

कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ - लॉरेंस गिरोह से जुड़ा है रोहित गोदारा।

साल 2017 में राजस्थान पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा मुठभेड़ में कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की हत्या करने के कुछ समय बाद से आनंदपाल की बेटी चरणजीत सिंह उर्फ चीनू ने रोहित गोदारा के साथ मिलकर गोगामेड़ी की हत्या करने की साजिश रचनी शुरू कर दी थी, लेकिन पीएसओ (निजी सुरक्षा अधिकारी) रखने के कारण रोहित गोदारा साजिश में कामयाब नहीं हो पा रहा था।

      कई साजिशें हुईं नाकाम

कई साजिश नाकाम हो जाने पर अंत में गोदारा ने दोनों शूटरों के जरिये पहले गोगामेड़ी के खास करीबी नवीन शेखावत से दोस्ती की और उसके बाद उन्होंने नवीन शेखावत के जरिए गोगामेड़ी से उनके घर पर जाकर मुलाकात करने का नाटक कर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। 

       (उधम सिंह)             (रोहित राठौड़)

विशेष आयुक्त, क्राइम ब्रांच, रवींद्र सिंह यादव के मुताबिक गिरफ्तार किए गए शूटरों के नाम रोहित राठौड़ और नितिन फौजी व उन्हें भगाने व अन्य सुविधाएं मुहैया कराने वाले शख्स का नाम उधम सिंह है। रोहित राठौड़, मकराना (राजस्थान) का रहने वाला है। यह रोहित गोदारा का पुराना शूटर है।

     गोदारा पर दुष्कर्म का मुकदमा

उसका जयपुर में एक 16 साल की युवती से अफेयर था। गोगामेड़ी को इस बात की जानकारी मिलने पर उन्होंने करीब चार साल पूर्व युवती से जयपुर पुलिस में शिकायत करवा दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवा दिया था। इससे उसे कई साल तक जेल में रहना पड़ा था। 

    जेल से छूटकर लेना था बदला

जेल से बाहर निकलने के बाद रोहित राठौड़, गोगामेड़ी से बदला लेना चाह रहा था। नितिन फौजी महेंद्रगढ़ जिले का रहने वाला है। उधम सिंह, हिसार का रहने वाला है। करीब चार साल पहले उधम सिंह ने नितिन फौजी के साथ आर्मी की ट्रेनिंग साथ की थी, जिससे दोनों में दोस्ती हो गई थी।

      हत्या के पीछे लंबी कहानी

पुलिस सूत्रों की मानें तो गोगामेड़ी की हत्या के पीछे काफी लंबी कहानी है। पहले जयपुर में आनंदपाल सिंह राजपूत समाज में गहरी पैठ रखते थे। उसके काफी फॉलोअर्स थे। 2017 में राजस्थान क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके बाद सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने राजपूत समाज को भड़का कर काफी समय तक आंदोलन किया था और फर्जी मुठभेड़ में आनंद पाल सिंह के मारे जाने की बात कह सरकार से सीबीआई जांच कराने की मांग की थी। पुलिस का कहना है कि आंदोलन के बहाने गोगामेड़ी राजपूत समाज से करोड़ों रुपये इकट्ठा करने के बाद मामले से पीछे हट गए थे।

          (सुखदेव सिंह गोगामेड़ी)

इसके बाद आनंदपाल सिंह की बेटी चरणजीत सिंह ने रोहित गोदारा से मिलकर आंदोलन को जारी रखने का बीड़ा उठाया। कुछ समय बाद रोहित गोदारा ने गोगामेड़ी की हत्या करने की साजिश रचनी शुरू कर दी थी। पिछले साल रोहित गोदारा का राजस्थान के सीकर के रहने वाले गैंगस्टर राजू ठेहट से वर्चस्व को लेकर झगड़ा होने पर उसने अपने गिरोह के पांच छह बदमाशों के साथ मिलकर राजू ठेहट को उसके घर के पास ही गोलियों से भून डाला था।

राजू ठेहट की आनंदपाल सिंह गिरोह और बिश्नोई गिरोह से रंजिश चल रही थी। हत्या के तुरंत बाद लॉरेंस व रोहित गोदारा ने हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी। इस मामले में स्थानीय पुलिस ने पांच बदमाशों को गिरफ्तार लिया था। शूटरों को गिरफ्तार होते देख रोहित गोदारा देश छोड़ पहले कनाडा भाग गया और अब उसके यूरोप में होने की बात बताई जा रही है। विदेश से ही गोल्डी बराड़ के साथ साजिश रच रोहित गोदारा ने गोगामेड़ी की हत्या करवा दी।

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