पंचतत्व में विलीन हो गईं नूपुर वर्मा, 11 सितम्बर को डकैती में घायल हुई थीं वकील सुरेन्द्र वर्मा की पत्नी

 बस्ती (उ.प्र.)। स्थानीय शहर में दिनदहाड़े पन्द्रह दिन पूर्व घर में घुसकर डकैती और जानलेवा हमले में घायल अधिवक्ता सुरेन्द्र मोहन वर्मा की पत्नी श्रीमती नूपुर वर्मा ने बीती रात लखनऊ में उपचार के दौरान दुनिया को अलविदा कह दिया। उनकी पार्थिव देह को वहां पोस्टमार्टम के बाद आज सायं यहां उनके रौता चौराहा स्थित आवास पर लाया गया तो अन्तिम दर्शन के लिए शोकाकुल जन समूह उमड़ पड़ा। आज उनका अंतिम संस्कार स्थानीय मुक्तिघाट (मूड़घाट) पर कर दिया गया। वे पंचतत्व में विलीन हो गईं। 

इसी माह ग्यारह सितम्बर को दिन में करीब ढाई बजे सुरेन्द्र मोहन वर्मा एडवोकेट के घर में घुसकर लुटेरों ने जेवरात और नगदी लूट ली थी और चम्पत हो गये थे। लुटेरों ने वकील की पत्नी नूपुर वर्मा को मारपीट कर लहूलुहान करने के बाद बांध दिया था और पेट में सब्बल से मारकर जानलेवा हमला भी किया। मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद पन्द्रह सितम्बर को पुलिस ने दो लुटेरों को गिरफ्तार कर नौ नग जेवरात और 12 हजार 250 रुपये बरामद किया था। इस घटना से पूरे शहर में सनसनी फैल गई थी। बता दें कि नूपुर वर्मा सालों से बीमार रहती थीं, उनके घुटनों में काफी समस्या होने के चलते वो चल फिर नहीं सकती थीं। ऐसी अवस्था में उनके साथ ऐसा अमानवीय कृत्य किये जाने से जनता में भी आक्रोश था। पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया था। अब वो सलाखों के पीछे हैं। 

  एडवोकेट सुरेन्द्र मोहन वर्मा का घर शहर में रौता चौराहे पर पुलिस चौकी के एकदम करीब है। ये सामाजिक कार्यों में काफी सक्रिय रहते हैं। कायस्थ महासभा और चित्रगुप्त मंदिर परिवार में अध्यक्ष भी हैं। इनकी पत्नी नूपुर वर्मा की पार्थिव देह के बस्ती स्थित उनके आवास पर पहुंचते ही शोकाकुल शुभेच्छुओं का तांता लग गया। लोगों ने उनके अन्तिम दर्शन कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और दिवंगत आत्मा की शान्ति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की।

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