देश में सनातन धर्म संस्था जैसे संगठन अति आवश्यक : चरित्र निर्माण शिविर में बोले आचार्य विनय

 


                       (बृजवासी शुक्ल) 

बस्ती (उ.प्र.)। देश एवं समाज को समृद्ध, संस्कारवान एवं सम्पन्न बनाने में विद्यार्थियों का विशेष योगदान होता है एक चरित्रवान विद्यार्थी ही अपने देश को सम्पूर्ण विश्व में गौरवान्वित करता है। सनातन धर्म संस्था द्वारा आयोजित शारीरिक, बौद्धिक एवं चरित्र निर्माण शिविर वह कार्यशाला है जहाँ से चरित्रवान, बलिष्ठ, सुसंस्कृत और अनुशासित युवकों का निर्माण होता है। इन्हीं तपे हुए नवयुवकों के कन्धे पर देश का भविष्य निर्भर है। देश में सनातन धर्म संस्था जैसे संगठन संगठनों की बहुत आवश्यकता है।

उक्त बातें अचार्य विनय ने सनातन धर्म संस्था बस्ती द्वारा एस डी एस पब्लिक स्कूल, महादेवा, दुर्गावती पब्लिक स्कूल, निपानिया व उर्मिला एजूकेशनल एकेडमी- बस्ती में आयोजित 7 दिवसीय चरित्र निर्माण शिविर के अवसर पर बच्चों की बौद्धिक कक्षा के दौरान कही। कहा कि देश में सनातन धर्म संस्था जैसे संगठनों की आवश्कता है जो समाज को सही व नई दिशा दे सकते हैं। 11 जून को ध्वजारोहण और राष्ट्र प्रार्थना से प्रारम्भ हुआ यह शिविर जनपद के 09 विद्यालयों में आयोजित होते हुये 07 जुलाई को बस्ती में बृहद समापन सत्र के साथ सम्पन्न होगा। बच्चों को प्रशिक्षण देने के लिए राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक विनय पँवार, राहुल कुमार, सहयोगी अंश श्रीवास्तव, अभय त्रिपाठी, शीतल राव, पूजा अग्रहरि, अनुज मिश्र आदि सेवा दे रहे हैं।
सनातन धर्म संस्था के सदस्य पंकज त्रिपाठी ने बताया कि जिले के विभिन्न विद्यालयों में वीर एवं वीरांगनायें इस शिविर में जहां शारीरिक शिक्षा प्राप्त कर तन से स्वस्थ रह सकेंगे वहीं योग, आसन व प्राणायाम सीखकर मन से भी सबल व स्वस्थ हो सकेंगे। शिविर के दौरान प्रशिक्षुओं में आपसी प्रेम व भाईचारा तथा परस्पर सहयोग की भावना का विकास होगा। इस अवसर पर संजय उपाध्याय, विनय शुक्ल, रामयज्ञ मिश्र ने बच्चों को साधनापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने की प्रेरणा दी। बौद्धिक सत्र में राहुल कुमार ने बच्चों को शुद्ध खान पान की प्रेरणा देते हुए अभक्ष्य पदार्थों के सेवन से बचने की प्रेरणा दी। बालिकाओं के वर्ग में महिला प्रशिक्षिका पूजा अग्रहरि और शीतल राव ने बालिकाओं को सर्वांग सुन्दर व्यायाम, सन्ध्योपासना का अभ्यास कराया। अंश श्रीवास्तव ने लाठी, अभय त्रिपाठी ने सूर्य नमस्कार का, भूमि नमस्कार व अनुज मिश्र ने आत्मरक्षा हेतु तलवार आदि का अभ्यास कराया।
यज्ञ का महत्व बताते हुए आचार्य विनय ने बताया कि जल, ताप एवं वायु से ही हम जीवन धारण करते हैं। यज्ञ के द्वारा ही हम इनका शोधन करते हैं। जिसमें जल व ताप के बिना हम कुछ समय तक जीवित रह सकते हैं पर शुद्ध वायु आक्सीजन के बिना हम जीवित नहीं रह सकते इसलिए यज्ञ व योग हमारे जीवन का आधार है। शिविर संचालक व सनातन धर्म संस्था के सचिव भृगुनाथ त्रिपाठी पंकज ने बताया कि प्रातः 6.30 बजे शारीरिक व्यायाम एवं बौद्धिक सत्र प्रारम्भ होते हैं। उन्होंने बताया कि 24 जून से नेशनल इंटर कालेज हरैया में प्रातः 7 से 10 बजे तक व महेश प्रताप इंटर कालेज रुधौली में सायं 3 बजे से 6 बजे तक शिविर संचालित किया जाएगा। शिविर के आयोजन में भारत विकास परिषद, वशिष्ठ शाखा व अन्य समाजसेवी धर्मनिष्ठ व्यक्तियों का योगदान मिल रहा है।

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