पीएम नरेन्द्र मोदी ने किया नये संसद भवन का उद्घाटन, कहा - यह भवन आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी

(बृजवासी शुक्ल)
नई दिल्ली। नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा यह नया भवन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपने को साकार करने का साधन बनेगा। पीएम मोदी ने कहा कि यह नया भवन आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा। यह नया भवन विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धि होते हुए देखेगा। उन्होंने कहा नए रास्तों पर चलकर नए प्रतिमान गढ़े जाते हैं। आज नया भारत नए लक्ष्य तय कर रहा है। "नया जोश है नई उमंग है दिशा नई है दृष्टि नई है।"
      राष्ट्रपति मुर्मू ने व्यक्त किया संतोष  

नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा की इस बात का संतोष है नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। राष्ट्रपति के संदेश को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण ने पढ़कर सुनाया। बता दें कि नई संसद भवन के उद्घाटन के मुद्दे पर विपक्ष इसका भारी विरोध कर रहा था, लेकिन उसका दांव उल्टा पड़ गया विपक्ष ने आरोप लगाया था की नई संसद भवन का उद्घाटन पीएम की जगह राष्ट्रपति को करना चाहिए। इस मुद्दे पर करीब 18 विपक्षी दलों ने उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार भी किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संदेश में कहा संसद का नया भवन नीतियों के माध्यम से हाशिए पर पड़े हुए लोगों समेत सभी देशवासियों की आवश्यकताओं का सक्रियता से समाधान सुनिश्चित करेगा। यह लोकतंत्र का पालना है। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा हमारा देश लोकतंत्र के वैश्विक फैलाव के संरक्षण में सहायक रहा है।

मोदी ने ज़ारी किया ₹75 का सिक्का

नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय डाक विभाग के स्मारक डाक टिकट जारी किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने भारतीय वित्त विभाग द्वारा तैयार किए गए ₹75 का सिक्का जारी किया।

राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण ने कहा नया संसद भवन सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। गौरवशाली भवन नया इतिहास लिखेगा। नई संसद गुलामी की मानसिकता से मुक्ति का प्रतीक है और देश के हर कोने से लाई गई संस्कृति की भव्यता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाम 3 बजे भाजपा मुख्यालय पर बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात की। इसे मुख्यमंत्री परिषद का नाम दिया गया है। इसमें आने वाले लोकसभा चुनाव और आने वाले विधानसभा चुनावों के एजेंडे पर चर्चा की गई।

संसद भवन के उद्घाटन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि नये भवन में वास्तु, विरासत, कला, कौशल, संस्कृति और सविंधान भी है। भारत का विकसित होने का संकल्प दुनिया के कई देशों का संबल बनेगा। ये नया संसद भवन इस विश्वास को नई बुलंदी देने वाला है। मुझे विश्वास है कि इस संसद में जो जनप्रतिनिधि बैठेंगे वो देश को नई प्रेरणा देने का काम करेंगे। पीएम ने कहा, हमें कर्तव्य को प्राथमिकता में रखना होगा। हमें निरंतर खुद में सुधार करना होगा। हमें खुद को तपाना होगा, खुद को खपाना होगा तभी देश आगे बढ़ेगा।
इस संसद भवन में भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए लोकसभा में 888 और राज्य सभा में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है। आने वाले सालों में परिसीमन के कारण सदस्यों की संख्या में बढ़ोतरी की संभावना और संसद की बढ़ती हुई जिम्मेदारियों को देखते हुए वर्तमान संसद भवन में स्थान का अभाव महसूस किया जा रहा था।

          मोर पर आधारित है आंतरिक हिस्सा 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज नए संसद भवन को देखकर हर भारतीय गौरव से भरा हुआ है। लोकसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय पंक्षी मोर पर आधारित है। राज्यसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय फूल कमल पर आधारित है। संसद के प्रांगण में राष्ट्रीय वृक्ष बरगद भी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, यह नया भवन हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपने को साकार करने का साधन बनेगा। यह नया भवन आत्मनिर्भर भारत के सूर्योदय का साक्षी बनेगा। यह नया भवन विकसित भारत के संकल्पों की सिद्धी होते हुए देखेगा। पीएम मोदी ने कहा आने वाले दिनों में देश में सांसदों की संख्या बढ़ जाएगी। ऐसे में हम उन नए सांसदों को कहां बिठाते। उन्होंने कहा हमने इस संसद का निर्माण भारत के भविष्य को ध्यान में रखते हुए कराया है। इस देश की संसद हमारे लिए बहुत जरूरी है। इस इमारत को बनाने में हर छोटी चीज का ध्यान रखा गया है।

पीएम ने कहा कि 21 वीं सदी का नया भारत बुलंद हौसले से भरा हुआ भारत है और वह गुलामी की सोच को पीछे छोड़ रहा है। संसद की ये नई इमारत इस प्रयास का जीवंत प्रतीक बनी है। 

     चरैवेति चरैवेति हमारी संस्कृति 

प्रधानमंत्री ने कहा कि नवीन पर्व के लिए नवीन प्राण चाहिए। मोदी ने कहा कि देश के विकास के लिए मुक्त मातृभूमि को नवीन मान चाहिए, नवीन पर्व के लिए नवीन राग चाहिए। पीएम मोदी ने कहा, हमारा लोकतंत्र ही हमारी प्रेरणा है। हमारा संविधान ही हमारा संकल्प है। हमारी संस्कृति हमें सिखाती है कि चरैवेति चरैवेति, यानी चलते रहो, चलते रहो, क्योंकि रुक जाने से भाग्य रुक जाता है। पीएम मोदी ने कहा, हम संतों के आशीर्वाद से ही पवित्र सेंगोल को उसकी गरिमा लौटा सके हैं। लोकतंत्र हमारे लिए एक विचार है, एक परंपरा है, भारत लोकतंत्र की जननी है और संसद लोकतंत्र का मंदिर है। पीएम मोदी ने कहा, दुनिया भारत की तरफ आशा भरी दृष्टी से देख रही है.। भारत की नई संसद आने वाले सालों में दुनिया को दिशा दिखाने का काम करेगी. क्योंकि पूरी दुनिया जानती है कि भारत आगे बढ़ता है तो दुनिया आगे बढ़ती है। 

पीएम मोदी ने कहा, इस इमारत के उद्घाटन के साथ ही दुनिया को ये पता चल गया है कि भारत की दिशा नई है, दृष्टी नईं है, संकल्प नया है।उन्होंने कहा, हर देश की विकास यात्रा में कुछ ऐसे पल आते हैं जो ऐतिहासिक होते हैं। यह सिर्फ भवन नहीं है, बल्कि भारत की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है।

संसद के नए भवन के लॉन्चिंग अवसर पर पीएम मोदी और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला समेत अन्य नेताओं ने नया डाक टिकट जारी किया है। 

संसद में लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने कहा, सेंगोल को सभापति की चेयर के पास स्थापित कर पीएम मोदी ने देश की सांस्कृतिक परंपरा को न सिर्फ दोहराया है बल्कि उसको एक नया आयाम भी दिया है। ओम बिरला ने कहा मैं प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद करता हूं क्योंकि उनके निर्देशन में महज ढाई सालों में देश की संसद का निर्माण हो गया, यह उनके नेतृत्व की गंभीरता को दर्शाता है। देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भारत की संसद को लोकतंत्र का नॉर्थ स्टार यानी ध्रुवतारा बताया है। राज्यसभा के उप सभापति देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने देशवासियों को नई संसद की बधाई दी है और देश की संसद को लोकतंत्र का पालना बताया है।

           बढ़ेगी सांसदों की संख्या

नए संसद भवन में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा, आने वाले सालों में परिसीमन के कारण सदस्यों की संख्या में बढ़ोतरी की संभावना और संसद की बढ़ती हुई जिम्मेदारियों को देखते हुए वर्तमान संसद भवन में स्थान का अभाव महसूस किया जा रहा था। संसद के दोनों सदनों के सदस्यों ने प्रधानमंत्री से एक नए भवन के निर्माण का आग्रह किया था। नई संसद में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा, हमारा वर्तमान संसद भवन देश की लोकतांत्रिक गतिविधियों का जीवंत केंद्र रहा है। हमारी प्रगति का मार्गदर्शक रहा है। यह भवन भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति तथा संविधान निर्माण से लेकर हमारी गौरवशाली लोकतांत्रिक यात्रा के दौरान अनेक ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा, यह बेहद खुशी की बात है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में ढाई साल से भी कम समय में एक नई आधुनिक संसद का निर्माण किया गया। यह दिन एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है क्योंकि यह अमृतकाल में प्रेरणा का स्रोत साबित होगा।

नए संसद भवन में उपस्थित सभी सांसद, आए हुए विशिष्ट अतिथि और अन्य लोगों को फिल्म से जानकारी दी गई कि आखिर देश के लिए नई संसद क्यों जरूरी थी। राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश नरायण सिंह ने कहा नया संसद भवन लोकतंत्र के लिए गर्व का क्षण है। इसके साथ ही उन्होंने पूरी इमारत की पूरी संरचना, उपयोगिता और आवश्यकता के बारे में जानकारी दी।

  वीर सावरकर को दी श्रद्धांजलि 

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई लोकसभा का उद्घाटन करने के बाद लोकसभा स्पीकर और अन्य मंत्रियों ने सेंट्रल हॉल में जाकर वीर सावरकर को श्रद्धांजलि दी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और कैबिनेट मंत्रियों के साथ पीएम मोदी नए संसद भवन में आयोजित हो रहे 'सर्व-धर्म' प्रार्थना समारोह में शामिल हुए।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में पहुंचे तो उनके साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे। तमाम सांसदों और मुख्यमंत्रियों ने उनका स्वागत किया। केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, हमारा सौभाग्य है कि हमने पुराने संसद भवन में भी काम किया और अब नए संसद भवन में भी काम करेंगे। कांग्रेस पार्टी को देश में जो भी अच्छा होता है वह पसंद नहीं आता। यह लोकतंत्र का मंदिर है और हम इसका बहुत सम्मान करते हैं।

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