आईपीएस अजय पाल शर्मा को हार्ट अटैक

 

                          (बृजवासी शुक्ल) 

लखनऊ। लखनऊ में आईपीएस अजय पाल शर्मा को गुरुवार को हार्ट अटैक पड़ा है। इसके बाद उन्हें मेदांता लखनऊ में भर्ती कराया गया। शुक्रवार को डॉक्टरों की टीम ने उनकी एंजियोप्लास्टी की है। फिलहाल, उनकी हालत स्थिर है। अजय पाल शर्मा UP –112 मुख्यालय में बतौर एसपी तैनात हैं।

            ऑफिस में खराब हुई तबीयत

आईपीएस अजय पाल शर्मा की तबीयत गुरुवार को ऑफिस में खराब हुई। विभाग में तैनात अजय पाल शर्मा के एक करीबी ने बताया कि दिन में ही उनके सिर में दर्द हो रहा था। रात करीब 8 बजे उनकी तबीयत ज्यादा खराब हुई तो उनको मेदांता हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने चेकअप किया। जांच में हार्ट अटैक का पता चला। इसके बाद उनकी एंजियोप्लास्टी की गई। 37 साल के अजय पाल शर्मा यूपी कैडर के 2011 बैच के IPS अधिकारी हैं। वह पंजाब के लुधियाना के रहने वाले हैं। IPS अजय पाल शर्मा की पहली पोस्टिंग यूपी के सहारनपुर में हुई। उन्होंने एक के बाद एक करीब 100 एनकाउंटर किए और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट से चर्चित हुए। योगी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्हें नोएडा में पोस्टिंग दी गई।

अजय पाल शर्मा ने जून, 2019 में रामपुर में एक 6 साल की बच्ची से रेप और हत्या के आरोपी नाजिल को एनकाउंटर में गिरफ्तार किया था। एनकाउंटर में नाजिल को तीन गोलियां लगी थीं। इसके लिए उनकी खूब तारीफ हुई। लोग उन्हें ‘सिंघम’ कहने लगे। आईपीएस अजय पाल शर्मा की योगी सरकार के पहले कार्यकाल में जमकर तारीफ हुई थी।

        पश्चिमी यूपी के क्राइम की नब्ज पर पकड़

अजय पाल की ज्यादातर पोस्टिंग पश्चिमी यूपी में रही। इसलिए इस रीजन के क्राइम की हर नब्ज को बारीकी से समझते हैं। सीएम योगी ने कानपुर में नमाज के बाद हुए उपद्रव की जांच के लिए भी अजय पाल शर्मा को कानपुर भेजा था।

अजय पाल शर्मा को सीएम योगी ने कानपुर की कानून व्यवस्था संभालने के लिए भेजा था। कानपुर से पहले लखीमपुर खीरी में हुए किसान आंदोलन के बाद सरकार ने अजय पाल शर्मा को ही कमान सौंपी थी। अजय पाल शर्मा एक साफ-सुथरी छवि के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने शामली, रामपुर और गौतमबुद्ध नगर के एसएसपी के रूप में काम किया है। कानपुर में इन्हें उस वक्त भेजा गया था, नूपुर के बयान पर विवाद छिड़ा हुआ था। कानपुर के यतीमखाने में जुमे की नमाज के बाद दो पक्षों के बीच पथराव हो गया था। बवाल इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों के बीच बम और फायरिंग शुरू हो गई थी। दरअसल, भाजपा नेता नुपुर शर्मा ने मोहम्मद साहब को लेकर विवादित बयान दिया था। विवादित बयान को लेकर जौहर फैंस एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी ने जुमे के दिन ही बाजार बंदी का ऐलान किया था। इसके लिए दीवारों पर पोस्टर भी चस्पा किए गए थे, लेकिन कानपुर देहात में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम था। जौहर फैंस एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी की पत्नी का कहना है कि वीआईपी मूवमेंट होने की वजह से बाजार बंदी के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था।

यह फोटो सीएम योगी और अजय पाल शर्मा की है। यूपी में बढ़ रहे अपराध पर अकुंश लगाने के लिए कार्रवाई की

जुमे की नमाज के बाद भीड़ ने जुलूस का रूप ले लिया। भीड़ एक समुदाय की दुकान बंद कराने लगी। जिसका दूसरे पक्ष ने विरोध किया और देखते-देखते दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया था। पुलिस ने टियर गैस और पथराव कर भीड़ को खदेड़ दिया था। इसके बाद उपद्रवी गलियों से पुलिस पर पथराव करने लगे थे। मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी को लखनऊ के हजरतगंज इलाके से गिरफ्तार किया था।

       3 अक्टूबर को लखीमपुर गए थे अजय पाल

अक्टूबर 2021 में लखीमपुर खीरी कांड को शांत करवाने के लिए योगी सरकार ने अजय पाल शर्मा को भेजा था। राकेश टिकैत के पश्चिम यूपी क्षेत्र में पहले तैनात रहे कई अधिकारियों के साथ अच्छे संबंधों की बात सामने आई थी। बताया जाता है IPS अजय पाल शर्मा जब नोएडा में एसएसपी थे तब से उनकी राकेश टिकैत के साथ अच्छी बनती है। ऐसे में उन्होंने मोर्चा संभाला। टिकैत 3 अक्टूबर की रात खीरी पहुंचे। अजय पाल शर्मा को भी यहां भेजा गया। बताया जा रहा है कि राकेश टिकैत और सरकार के बीच मध्यस्थ की भूमिका अजय पाल शर्मा ने भी निभाई थी।

         ➖    ➖    ➖    ➖    ➖

देश दुनिया की खबरों के लिए गूगल पर जाएं

लॉग इन करें : - tarkeshwartimes.page

सभी जिला व तहसील स्तर पर संवाददाता चाहिए

मो. न. : - 9450557628

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रमंति इति राम: , राम जीवन का मंत्र

अतीक का बेटा असद और शूटर गुलाम पुलिस इनकाउंटर में ढेर : दोनों पर था 5 - 5 लाख ईनाम

अतीक अहमद और असरफ की गोली मारकर हत्या : तीन गिरफ्तार