बस्ती : भीषण सड़क हादसे में कार सवार एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत, संतकबीरनगर का था परिवार

                            (बृजवासी शुक्ल) 

बस्ती (उ.प्र.)। बस्ती जिले में हुए भीषण सड़क हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। इस भयंकर दुर्घटना में पलक झपकते ही पूरा परिवार मौत के आगोश में चला गया। यह पूरा परिवार दीपावली में लखनऊ से संतकबीरनगर नगर में अपने घर जा रहा था। हादसे का शिकार परिवार लखनऊ में जल निगम में तैनात सहायक अभियंता का परिवार था, जिसमें वे स्वयं भी सवार थे। हादसे में कार में सवार कुल पांच लोगों ने अपनी जान गंवाई है।

हादसे में चार लोगों की मौका-ए-वारदात पर ही मौत हो गई, जबकि एक की मौत इलाज के दौरान बस्ती जिला चिकित्सालय में हुई। मरने वालों में संतकबीरनगर जिले के ढोढ़ही गांव निवासी सहायक अभियंता करीब अड़तीस वर्षीय विनोद कुमार, करीब चौंतीस वर्षीया पत्नी नीलम, करीब उन्नीस वर्षीय पुत्र एहसास, करीब पन्द्रह वर्षीया पुत्री खुशबू और विनोद की करीब बासठ वर्षीया मां सुरसती देवी शामिल हैं। बस्ती जिले के मुण्डेरवा थाना क्षेत्र की खझौला पुलिस चौकी हाइवे पर स्थित है। यह मार्ग दुर्घटना खझौला पुलिस चौकी के पास हुई। बीती रात करीब आठ बजे हादसा उस वक्त हुआ, जब कार एक खड़े कंटेनर में जा घुसी। दुर्घटना इतनी भयानक हुई कि आधे से अधिक कार कंटेनर में समा गई।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक दीपेन्द्र नाथ चौधरी, मुण्डेरवा पुलिस सहित भारी संख्या पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। भीषण हादसे का आलम यह था कि देखने वाले हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए। काफी मसक्कत से गैस कटर सहायता से लाशों को बाहर निकाला जा सका। घटना स्थल के पास काफी समय तक भारी भीड़ जमा रही। हादसा देख लोगों के पसीने छूट गये।
पूरे बस्ती जिले में हाईवे का आलम यह है कि कोई भी कहीं भी हादसे को नजर अंदाज कर लापरवाही पूर्वक सड़क किनारे गाड़ी खड़ी कर देता है। इस पर न तो नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया (NHAI) ध्यान देता है, न ही परिवहन विभाग (ARTO) के जिम्मेदार। हालात इतने खराब हैं कि टोल प्लाजा के पास ही आरटीओ के लोगों ने अपना अड्डा बना लिया है। खुद एआरटीओ की गाड़ी वहां गलत तरीके से खड़ी होती है। बताया जाता है कि परिवहन विभाग के जिम्मेदार खुद अपनी डग्गेमारी का धंधा चमकाने के लिए ही हाईवे पर फर्राटे भरते हैं। इन्हें सड़क सुरक्षा - जीवन रक्षा से कोई सरोकार नहीं रह गया है। अगर एनएचएआई और परिवहन विभाग की पेट्रोलिंग ठीक रहती, और शुरु में ही समय रहते सड़क पर गाड़ियों को खड़ी न होने दिया जाता या खड़ी होते ही हटवा दिया जाता, तो पूरे परिवार को काल के गाल में जाने से बचाया जा सकता था। 

        ➖    ➖    ➖    ➖    ➖

देश दुनिया की खबरों के लिए गूगल पर जाएं

लॉग इन करें : - tarkeshwartimes.page

सभी जिला व तहसील स्तर पर संवाददाता चाहिए

मो. न. : - 9450557628

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रमंति इति राम: , राम जीवन का मंत्र

अतीक का बेटा असद और शूटर गुलाम पुलिस इनकाउंटर में ढेर : दोनों पर था 5 - 5 लाख ईनाम

अतीक अहमद और असरफ की गोली मारकर हत्या : तीन गिरफ्तार