धनतेरस से दीपावली एवं छठ पर्व तक व्यवस्था मुकम्मल करने के डीएम ने दिए निर्देश

                           (नीतू सिंह) 

 बस्ती (सू.वि.उ.प्र.)। धनतेरस से दीपावली एवं छठ त्यौहार के आयोजन तक व्यवस्था मुकम्मल करने के लिए जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है। कलेक्ट्रेट सभागार में आला अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि व्यवस्था में किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने सभी उप जिलाधिकारी तथा क्षेत्राधिकारी पुलिस को निर्देशित किया है कि पटाखा बिक्री के लिए मार्केट के मध्य स्थित किसी बड़े मैदान को चिन्हित करें। वहां आग बुझाने के सभी इंतजामात किए जाएं। इसके अलावा दिवाली के अवसर पर लगने वाले बाजार के लिए खुले मैदान में स्थान चयनित किया जाए और इसे नि:शुल्क सभी दुकानदारों को उपलब्ध कराया जाए।

 उन्होंने उप जिलाधिकारी तथा पुलिस क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया है कि सभी पटाखा भंडार गृह का स्वयं सत्यापन करें, लाइसेंस चेक करें, तथा वहां पर अग्निशमन के प्रबंधों का निरीक्षण करें। पुलिस विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पटाखों का कुल 16 स्थाई भंडार गृह है, सुनिश्चित करें कि पटाखे घनी बस्ती में स्टोर ना किए जाएं। बीच मार्केट में पटाखे की दुकान न लगाई जाए तथा सभी दुकानों का ऑडिट कराया जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया है कि दीपावली के मद्देनजर अस्पताल में बर्न वार्ड तैयार रखा जाए। समय से डॉक्टर एवं मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगा दी जाएऔर सुनिश्चित किया जाए कि वहां पर सभी उपस्थित रहे। दवाओं आदि का मुकम्मल प्रबंध रखा जाए। दीपावली के अवसर पर जलने की घटनाएं हो सकती हैं। इसी प्रकार सभी सीएचसी, पीएचसी को भी तैयार रखा जाए। शासन द्वारा डॉक्टरों एवं मेडिकल स्टाफ के अवकाश पर रोक लगा दी गयी है। इसका कड़ाई से पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि धनतेरस के दिन मार्केट में भीड़ अधिक रहती है। पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों के साथ मजिस्ट्रेट की भी ड्यूटी लगाई जाए। विशेष रुप से ज्वेलर्स की दुकानों पर सतर्क निगाह रखी जाए। ऐसे दुकानदारों से अनुरोध किया जाए कि वह समय रहते सीसीटीवी कैमरा अवश्य लगवा लें।
 डीएम ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका एवं नगर पंचायत तथा डीपीआरओ को निर्देशित किया है कि साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें। पेयजल स्रोतों में क्लोरीन की गोलियां डाली जाए। विशेष रुप से बाढ़ प्रभावित गांव में बड़ी संख्या में सफाई कर्मियों को लगाकर एक साथ सफाई कराई जाए। कूड़ों का निस्तारण आबादी से दूर किया जाए। उप जिलाधिकारी अपने क्षेत्रों में साफ सफाई व्यवस्था की कड़ाई से मॉनिटरिंग करेंगे। इसी प्रकार बेसिक शिक्षा स्कूलों के परिसर में भी सफाई कराई जाए। मलेरिया एवं डेंगू के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए साफ सफाई में कोताही न बरती जाए तथा मच्छर पनपने वाले स्थानों पर मिट्टी पटाई कराई जाए। मच्छरों से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, लोगों विशेष रूप से वृद्ध एवं बच्चों को फुल आस्तीन के पैंट शर्ट पहनने का सलाह दिया जाए। एंटी लारवा छिड़काव भी कराया जाए। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंताओं को निर्देशित किया कि पूरे त्यौहार के दौरान विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। प्रत्येक थाना वार जेई की तैनाती की जाए ताकि किसी प्रकार का फाल्ट आने पर उसको तत्काल ठीक कराए जा सके। ढीले विद्युत तारों को सही कराए जाए। मोबाइल ट्रांसफार्मर भी तैयार रखे जाएं ताकि आवश्यकता पड़ने पर उसको तत्काल लगाया जा सके।
 लक्ष्मी पूजा के संबंध में उन्होंने निर्देश दिया कि थानावार मूर्ति कारों का डेटाबेस तैयार करके उनसे संवाद स्थापित किया जाए ताकि वे निर्धारित ऊंचाई की ही मूर्ति तैयार करें। लक्ष्मीमूर्ति आयोजकों को प्रेरित किया जाए कि वह निर्धारित ऊंचाई की ही मूर्ति स्थापित करें। मूर्ति पांडाल का मुख्य द्वार मुख्य सड़क की तरफ ना हो बल्कि उसे सड़क के समानांतर रखा जाए ताकि भक्तगण दर्शन एवं पूजा के दौरान खुली सड़क पर ना आए। लक्ष्मी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए भी वैकल्पिक तालाब तैयार किया जाए तथा वहां पर साफ सफाई, प्रकाश एवं पेयजल व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।
 छठ पूजा आयोजन के संबंध में जिलाधिकारी ने कहा कि नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। इस को ध्यान में रखते हुए नदी के अंदर एक निश्चित दूरी तक बैरिकेडिंग करा दी जाए। नदी के किनारे अस्थाई तालाब की व्यवस्था भी की जाए ताकि भक्तगण वहां पर पूजा अर्चना कर सकें। छठ पूजा स्थल पर भी साफ सफाई, प्रकाश एवं पेयजल चिकित्सा व्यवस्था की सुविधा मुहैया कराई जाए। वहां पर नावें लगाई जाए तथा गोताखोर भी तैनात रखे जाएं। किनारे पर महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम तथा मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था रखी जाए। अमहट घाट पर दोनों पार्क की साफ सफाई करा कर तैयार रखा जाए। इस दौरान चीनी मिलों द्वारा सफाई के दौरान छोड़े गए केमिकल को नदी में प्रवाहित करने की ओर ध्यान आकृष्ट किया। इस संबंध में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि संबंधित उप जिलाधिकारी चीनी मिलों के प्रबंधक से वार्ता करके मिलों के केमिकल एवं अन्य अपशिष्ट का समुचित निस्तारण कराये। इसे किसी भी दशा में नदी में नहीं छोड़ा जाएगा।
 बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि जिले में कुल 1193 स्थलों पर लक्ष्मी जी की मूर्ति स्थापित की जाती है जिसमें से 200 बस्ती शहर में है। लक्ष्मी जी की मूर्तियां 22 अक्टूबर को स्थापित होंगी तथा 26, 27 एवं 28 अक्टूबर में विसर्जित की जाएंगी। छठ पूजा आयोजन के लिए पूरे जिले में 48 घाट चिन्हित है। बस्ती शहर में राजकीय इंटर कॉलेज, आईटीआई तथा पंकज टॉकीज परिसर में पटाखे की दुकानें लगती हैं। बैठक में सीडीओ डॉ राजेश कुमार प्रजापति, सीएमओ डॉक्टर आरपी मिश्रा, एडीयम कमलेश चंद, उप जिलाधिकारी शैलेश दुबे, गिरीश नाथ झा, आनंद श्रीनेत, गुलाबचंद, अधिशासी अभियंता विद्युत एमके गौड ,महेंद्र मिश्रा, ज्ञान प्रकाश तथा अमित सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी आलोक प्रसाद,ईओ नगर पालिका दुर्गेश्वर त्रिपाठी, डीपीआरओ नमिता शरण,नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारी, पीडब्ल्यूडी, जल निगम, उपस्थित रहे।

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