लखनऊ के लेवाना होटल की आग में 4 की मौत, दो लापता, दर्जनों जख्मी

 

                           (बृजवासी शुक्ल) 

 लखनऊ। लखनऊ के वीआईपी इलाके हजरतगंज में स्थित लेवाना होटल की तीसरी मंजिल पर भीषण आग लग गई। इसमें 4 लोगों की मौत हो गई। 24 लोगों को होटल से रेस्क्यू किया गया। फायर फाइटिंग टीम ने करीब 9 घंटे में ऑपरेशन को खत्म किया। हादसे के वक्त होटल में करीब 30 लोग मौजूद थे। दो लोग लापता हैं। जिनकी तलाश की जा रही है। मरने वालों में एक मंगेतर युवक युवती भी शामिल हैं।

घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है। उनसे मिलने सीएम योगी भी पहुंचे। उन्होंने हादसे की जांच के आदेश भी दिए हैं। जिसके बाद होटल परिसर को सील कर दिया गया है। वहीं कमिश्नर ने होटल के ध्वस्तीकरण का आदेश दिया है।

इस हादसे में जान गंवाने वाले गणेशगंज के सराय फाटक पर रहने वाले गुरनूर आनंद अपनी मंगेतर साहिबा कौर के साथ इस होटल में ठहरे हुए थे। अग्निकांड के बाद दोनों के शव तीसरी मंजिल की गैलरी में मिले। अंदाजा लगाया जा रहा उन्होंने बचने का प्रयास किया। मगर धुंए की वजह से दम घुट गया।

               (मृतक साहिबा कौर व गुरनूर आनन्द) 

बाकी दो लाशों की पहचान भी हो गई है। लखनऊ के इंदिरानगर में रहने वाले अमान गाजी उर्फ बॉबी की भी हादसे में मौत हो गई। जबकि इंदिरानगर की रहने वाली श्रीविका सिंह उर्फ चिया भी खुद को बचा नहीं सकी। उनकी लाश होटल के कमरे से निकाली गई है। पुलिस पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार के सुपुर्द करेगी।

               (मृतक अमान गाजी एवं श्रीविका सिंह) 

अग्निशमन विभाग की पड़ताल में सामने आया कि तीसरी मंजिल पर ही किचन था। बताया जाता है कि आग यहीं से फैली है। सबसे पहले दो शव इसी मंजिल की गैलरी में मिले थे। बाकी शव तीसरी मंजिल के कमरे से निकाले गए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी टीम अभी चेकिंग कर रही है। पहली और दूसरी मंजिल पर रेस्क्यू पूरा हो चुका है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पुलिस कमिश्नर को पूरी घटना की जांच सौंपी है। सीएम योगी ने सिविल अस्पताल में जाकर घायलों से मुलाकात की और मुफ्त इलाज का आश्वासन दिया।

         (होटल से रेस्क्यू करती फायर व एनडीआरफ टीम) 

धुआं भर जाने की वजह से कई लोग बेहोश हो गए थे। दमकल की 24 गाड़ियां आग बुझाने के लिए लगाईं गईं। एंबुलेंस से 8 लोगों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ सिविल अस्पताल में घायलों से मिलने पहुंचे। घायलों से बात करने के बाद उन्होंने लखनऊ के कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर को ज्वाइंट जांच कराने के लिए कहा है।

लखनऊ के जिलाधिकारी कार्यालय से जारी सूचना के अनुसार नैना तिवारी लेवाना होटल के कमरा न. 314 में और उज्ज्वल मिश्र होटल के कमरा न. 206 में रूके थे। ये दोनों लोग लापता हैं। इन दोनों लोगों से उनके मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क नहीं हो पा रहा है। इसके लिए सीडीआर के माध्यम से इनका पता लगाया जाएगा। डीएम आफिस ने लेवाना होटल से रेस्क्यू किये गये 24 लोगों की सूची भी जारी की है ।
लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार भी होटल पहुंचे थे। उन्होंने कहा,"होटल में कुल 30 कमरे हैं। हादसे के वक्त 18 कमरे बुक थे। कुछ लोगों ने हादसे से पहले होटल छोड़ा था। रूम नंबर 308 में फंसे हुए शख्स को मोबाइल के जरिए ट्रेस किया गया है। होटल परिसर को सील किया गया है। मरने वालों के परिवार से बात की गई है।" पूरे होटल परिसर को सील कर दिया गया है, जिससे साक्ष्य से छेड़छाड़ न किया जा सके।

रेस्क्यू ऑपरेशन में दमकल कर्मियों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। क्योंकि होटल की खिड़कियों पर लोहे की पट्टियां लगी हुईं हैं। जिन्हें तोड़कर अंदर घुसने का रास्ता बनाया गया। रेस्क्यू के दौरान बुलडोजर का हुक तक टूट गया। वहीं इस हादसे के बाद एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी ने होटल से संबंधित फाइलें तलब की हैं। डीजी फायर अविनाश चंद्रा ने एनडीआरएफ (NDRF) रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली।

     'सभी होटलों की फायर सुरक्षा जांच होगी'

हादसे के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक पहले सिविल अस्पताल फिर होटल पहुंचे। उन्होंने कहा,"UP के सभी जिलों के होटल्स में फायर सुरक्षा की जांच करवाई जा रही है। इस हादसे में घायल लोगों का सरकार मुफ्त इलाज करवा रही है।हादसे की टाइम बाउंड जांच होगी।"

जेसीपी लॉ एंड आर्डर पीयूष मोरडिया के मुताबिक कमरा नंबर 308 में गेस्ट फंसे थे। ठीक बगल में किचन होने की वजह से यहां रेस्क्यू में सबसे ज्यादा टाइम लगा। पहली और दूसरी मंजिल पर धुआं बहुत ज्यादा है। वहां फायर फाइटर को पहुंचने में दिक्कत हो रही है। लखनऊ के फायर ऑफिसर अभय प्रताप सिंह के मुताबिक आग किचन से फैलने का अनुमान लगाया जा रहा है। आग बुझा ली गई है। अब जांच शुरू की जाएगी।

       आधे घंटे बाद आग लगने का पता चला

हादसे में बेहोश हुए लोगों को आनन फानन में निकट के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लेवाना होटल में सुबह करीब 7.30 बजे कमरों में धुआं भरने लगा। 8 बजे होटल स्टाफ को इसके बारे में पता चला। दमकल को सूचना देने के बाद स्टाफ बचाव में जुटा। होटल के आस-पास मौजूद लोगों ने बताया कि कई लोग खुद ही खिड़कियां तोड़कर बाहर निकले। कई लोग हाथ में सामान लेकर बाहर आते दिखाई दिए। सिविल अस्पताल प्रशासन के अनुसार उनके यहां 8 मरीज एडमिट थे। इनकी पहचान श्रवण कुमार, राज कुमार, मोना, अंश कौशिक, कामिनी, आनंद उपाध्याय, चंद्रेश और प्रदीप मौर्य के रूप में हुई।

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