नहीं रहीं लता मंगेशकर, पंचतत्व में विलीन : दो दिन का राष्ट्रीय शोक

 

                           (नीतू सिंह) 

मुंबई। स्वर कोकिला भारत रत्न दीदी के नाम से दुनिया भर में प्रिय लता मंगेशकर का आज स्वर्गवास हो गया। उन्होंने आज प्रातः यहां ब्रीच कैंडी अस्पताल में अन्तिम सांस ली। वे 92 साल की थीं। उनका पार्थिव आज पंचतत्व में विलीन हो गया। उनके भाई ने उन्हें मुखाग्नि दी। लता दी के निधन पर दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। दो दिनों तक राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। उ. प्र. शासन ने भी लता मंगेशकर के निधन के राजकीय शोक की घोषणा की है।

दुनिया भर में गीत संगीत की दुनिया में अपना लोहा मनवाने वाली लता मंगेशकर की अन्तिम यात्रा में राजनीति, खेल, मनोरंजन जगत सहित तमाम क्षेत्र के लोग शामिल हुए। स्वर कोकिला लता मंगेशकर रविवार कै अपनी अंतिम यात्रा पर रवाना हो गईं। मुंबई के शिवाजी पार्क में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ । इस दौरान उनकी बहनें उषा, आशा, मीना मौजूद थीं। देशभर के लोगों की आंखे नम कर भारत रत्न लता मंगेशकर हमेशा के लिए अनंत में विलीन हो गईं हैं। लता जी के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने उन्हें मुखाग्नि दी।

लता दी के चले जाने पर भारत ही नहीं दुनिया भर के तमाम देशों में शोक की लहर है। राजनीतिक दलों से लेकर बॉलीवुड से जुड़े दिग्गजों ने उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है। बीते दिन उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया था, जिसके बाद उन्हें आईसीयू से वेंटिलेटर में रखा गया था। डॉक्टरों ने इससे पहले शनिवार को जानकारी दी थी कि लता मंगेशकर को स्वास्थ्य स्थिर होने के बाद वेंटिलेटर से आईसीयू शिफ्ट किया गया था। लेकिन अचानक उनकी सेहत बिगड़ने लगी, उन्हें फिर वेंटिलेटर पर रखा गया था। रविवार सुबह उन्होंने अस्पताल में ही आखिरी सांस ली।

  पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि

पीएम नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "लता दीदी के गानों ने कई तरह के इमोशन्स को उभारा। उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा। फिल्मों से परे, वह हमेशा भारत के विकास के बारे में भावुक थीं। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थी।" अमर रहेंगी लता मंगेशकर

 केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि आज मैं मुंबई आया था और दुख भरा समाचार सुना। संगीत की दुनिया में उनके योगदान को कोई भुला नहीं सकता। शनिवार को लता की बहन आशा भोंसले ने अस्पताल पहुंचकर हाल जाना था। जब आशा अस्पताल से बाहर निकलीं थी तो उनके चेहरे पर मायूसी से अंदाजा लग गया था कि लता मंगेशकर की हालत ठीक नहीं है।

  भारत रत्न से सम्मानित हुई थी लता मंगेशकर

28 सितंबर 1929 को इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका थीं। उनका छ: दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है।

 लता जी ने लगभग तीस से ज्यादा भाषाओं में फिल्मी और गैर - फ़िल्मी गाने गाये हैं, लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायक के रूप में रही है। अपनी बहन आशा भोंसले के साथ लता जी का फिल्मी गायन में सबसे बड़ा योगदान रहा है। लता की जादुई आवाज के भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में दीवाने हैं। लता मंगेशकर को भारत सरकार ने 'भारतरत्न' से सम्मानित किया था।

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