नोवा हॉस्पिटल बस्ती में युवक की सफल स्पाइन न्यूरो सर्जरी

                          (नीतू सिंह) 

बस्ती (उ.प्र.)। कलवारी थाना क्षेत्र के 22वर्षीय युवक रंजीत कमर के दर्द से पिछले दो साल से परेशान था। उसकी दवा लखनऊ में न्यूरो सर्जन द्वारा चल रही थी। जब तक वह दवा खाता था तब तक ही ठीक रहता था। बाद में उसे पुनः दर्द शुरु हो जाता था। लखनऊ के डाक्टर ने उसे न्यूरो सर्जरी की सलाह दी थी, जो काफी मंहगी होने के कारण वह सर्जरी नहीं करा पाया था।

वह नोवा हॉस्पिटल एण्ड ट्रामा सेंटर बस्ती के युवा सर्जन डॉ सौरभ द्विवेदी के सम्पर्क में आया। जहां काफ़ी मामूली फीस लेकर डा सौरभ द्विवेदो ने लैमिनेक्टॉमी एण्ड डिस्केक्टॉमी विधि से जो न्यूरो सर्जरी के अंतर्गत आता है, के द्वारा 1 दिसंबर 2021को सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया गया। इस तरह का आपरेशन बस्ती में नही होता था । इसे अमूमन न्यूरो सर्जन या सीनियर आर्थोपेडिक सर्जन ही कर पाते हैं। युवा आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. सौरभ द्विवेदी ने बड़ी दक्षता से इसे नोवा हॉस्पिटल एण्ड ट्रामा सेंटर बस्ती संपन्न किया है।
डॉ. सौरभ द्विवेदी ने बताया कि लैमिनेक्टॉमी एण्ड डिस्केक्टॉमी एक तरह की सर्जिकल प्रक्रिया है जिसे विघटन सर्जरी के रूप में भी जाना जाता है, इसमें लामिना को हटा दिया जाता है। लैमिना कशेरुका हड्डी का एक हिस्सा है, जो रीढ़ की हड्डी की पिछली दीवार बनाता है और इसे घेरता है। आमतौर पर स्पाइनल स्टेनोसिस का इलाज करने के लिए एक लैमिनेक्टॉमी किया जाता है, एक ऐसी स्थिति जो रीढ़ की हड्डी की नहर या रीढ़ की हड्डी के खुलने का कारण बनती है जिससे रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ता है। इस आपरेशन में मरीज एक से डेढ़ माह का अपने पैर से चलने फिरने लगता है। दो तीन माह में मरीज पूर्ण रूप से ठीक हो जाएगा।

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