अतीक के बेटे असद का झांसी में एनकाउंटर : शूटर गुलाम भी ढेर, उमेश पाल की हत्या के 48 दिन बाद मारे गए (बृजवासी शुक्ल) प्रयागराज (उ.प्र.)। झांसी के बड़ागांव में परीक्षा डैम के पास माफिया अतीक अहमद के पुत्र असद और गुलाम को एसटीएफ ने आज एनकाउंटर में मार गिराया। दोनों उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे। दोनों पर पांच-पांच लाख रुपए का इनाम था। पुलिस के मुताबिक, इनके पास विदेशी हथियार भी मिले हैं। एसटीएफ की कार्रवाई के दौरान अतीक की प्रयागराज कोर्ट में पेशी चल रही थी। बेटे के एनकाउंटर की खबर सुनकर वो रोने लगा। गला सूखा तो पानी मांगा और सिर पकड़कर बैठ गया। उमेश पाल हत्याकांड के 48 दिन बाद पुलिस ने यह कार्यवाही की। 24 फरवरी को उमेश पाल के मर्डर के बाद से ही असद और गुलाम मोहम्मद फरार थे। एसटीएफ 48 दिन से लगातार इन्हें ट्रेस कर रही थी और झांसी में इनकी लोकेशन मिलने पर मार गिराया। एनकाउंटर को डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल लीड कर रहे थे। एसटीएफ के डीआईजी अनंत देव तिवारी ने कहा - असद और गुलाम को हमारी टीम ने मार गिराया है। इनके पास से पिस्टल, रिवाल्वर और विदेशी हथिया
(बृजवासी शुक्ल) प्रयागराज। गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर आज रात करीब दस बजे को प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी की। इसमें दोनों की मौत हो गई। जिन तीन हमलावरों ने इन पर गोलियां चलाईं, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को साल 2005 के राजू पाल हत्याकांड के सिलसिले में अदालत में सुनवाई के लिए यहां लाया गया था। 13 अप्रैल को झांसी में पुलिस मुठभेड़ में अतीक अहमद का बेटा असद और उसका एक साथी गुलाम मोहम्मद मारा गया था। अतीक और असरफ की हत्या पुलिस हिरासत में हुई है। इस कारण सवाल भी उठ रहे हैं। डीजीपी उत्तर प्रदेश ने आशंका भी जताई थी कि अतीक की हत्या की जा सकती है। प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के पास ये हमला तब हुआ, जब पुलिस टीम अतीक और अहमद को लेकर जा रही थी। इसी दौरान तीन हमलावर अचानक बीच में पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने हमलावरों को मौके से दबोच लिया है। इस पूरे हमले को बकायदा मीडिया और पुलिस के सामने अंजाम दिया गया है। दोनों पर जब फायरिंग हुई, पूरी वारदात कैमरे में भी कैद हुई है।अतीक अहम
(बृजवासी शुक्ल) बस्ती (उ.प्र.)। नगर पालिका परिषद बस्ती के चुनाव में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी अंकुर वर्मा की पत्नी नेहा वर्मा ने रिकॉर्ड मतों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी अनूप खरे की पत्नी सीमा खरे दूसरे स्थान पर रहीं। जबकि निर्दल प्रत्याशी आशीष शुक्ला की पत्नी नेहा शुक्ला तीसरे स्थान पर रहीं। बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशी संत प्रकाश त्रिपाठी की पुत्र वधू प्रीति त्रिपाठी चौथे स्थान पर रहीं। कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व विधायक स्व. अफसर अहमद की पत्नी शबीहा खातून पांचवें स्थान पर रहीं। (जीत के बाद फूल मालाओं से लदे अंकुर वर्मा ऊपर और नगरपालिका परिषद बस्ती के अध्यक्ष पद के लिए विजयी अपनी पत्नी नेहा वर्मा के साथ अंकुर वर्मा नीचे) यह जीत रिकॉर्ड मतों के अंतर से होने के कारण तो ऐतिहासिक है ही बल्कि समाजवादी पार्टी को नगर पालिका परिषद बस्ती में पहली बार जीत मिलने के कारण भी ऐतिहासिक है। इस चुनाव में अंकुर वर्मा खासे लोकप्रिय प्रत्याशी रहे और शुरू से इनकी लहर देखी जा रही थी जो अंततः विजय की शक्ल में सचमुच बदल गई। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी प्र