आयुक्त गोविंद राजू ने दिये अभ्युदय कोचिंग के नियमित संचालन के निर्देश

 

                        (विशाल मोदी) 

बस्ती (सू.वि.उ.प्र.) । अभ्युदय योजना के अन्तर्गत संचालित प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग नियमित रूप से संचालित करने के लिए मण्डलायुक्त गोविंद राजू एनएस ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है । कैम्प कार्यालय सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होने कहा कि शासन द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार यूपीएससी, जेई, नीट की परीक्षाओं की तैयारी करायी जाय। कोचिंग के लिए निजी कोचिंग संचालको से सम्पर्क कर उनके विशेषज्ञ शिक्षको को बुलाकर छात्र-छात्राओं को शिक्षित कराये।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परिक्षाओं में तैयारी के लिए संचालित यह एक महत्वाकांक्षी योजना है। कक्षाओं के संचालन के दौरान कोविड-19 प्रोटोकाल का पूरा-पूरा पालन किया जाय। सभी मास्क लगाये तथा सैनिटाइजर का प्रयोग करें। उन्होने अभ्युदय कोचिंग कक्षा में पढाने वाले शिक्षको के मानदेय का नियमित भुगतान का भी निर्देश दिया है। उन्होंने बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि आपरेशन कायाकल्प के तहत सभी 14 मानक पर सभी विद्यालयों को तैयार कराये। स्कूलों का नियमित निरीक्षण करे तथा इसे प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करें। उन्होने कहा कि 01 सितम्बर से सभी कक्षाए संचालित होंगी। उसके पूर्व सभी विद्यालयों में साफ-सफाई, शौचालय की सफाई तथा अन्य रख-रखाव ठीक कर लिया जाय। 

 उन्होने निर्देश दिया कि विभिन्न कक्षाओं में पढायी जाने वाली किताबे सभी विद्यालयों पर पहुॅच जाय तथा उनका वितरण छात्र-छात्राओं में 01 सितम्बर से कर दिया जाय। उन्होने कहा कि शासन के निर्देशानुसार निःशुल्क किताबें देते हुए सभी छात्र-छात्राओं को बैग, ड्रेस, जूता-मोजा, स्वेटर आदि का पैसा अभिभावक के खाते में भेजा जाना है। इसके लिए सभी बैंक खाते संकलित करके आधार कार्ड से जुडवाते हुए धन भेजने की कार्यवाही करें। बच्चों को मिड-डे-मील, दूध एवं फल निर्धारित दिवस पर सम्पूर्ण गुणवत्ता के साथ वितरित कराये।समाज कल्याण की योजनाओं की समीक्षा करते हुए उन्होने निर्देश दिया कि पेंशन, छात्रवृत्ति, आर्थिक सहायता, शादी-विवाह अनुदान के लिए पात्र व्यक्तियों को ही चयनित करें। उन्होने कहा कि कन्या सुमंगला योजना में 06 किश्तो में 15 हजार रूपये दिये जाते है। उन्होने इसका चरणबद्ध प्रगति का विवरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। 

  मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत कोविड-19 से माता-पिता या दोनों में कोई एक खोने वाले बच्चों को प्रतिमाह 04 हजार रूपये दिये जाते है। इसका समय से उन्हें भुगतान सुनिश्चित कराये। उन्होने कहा कि इस योजना के लम्बित प्रकरणों का नियमित अनुश्रवण करें तथा कमियों को दूर करते हुए बच्चों को लाभान्वित करें। महिला एवं बाल विकास की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि आशा एंव सहायिका यह सुनिश्चित करे कि गर्भवती महिला, सैम, मैम तथा अतिकुपोषित बच्चों के परिवार का नियमित भ्रमण करे। उनकी जांच पड़ताल करे तथा नियमित रूप से आयरन की गोली उपलब्ध कराये। आवश्यक होने पर एएनएम एंव निकटवर्ती पीएचसी के माध्यम से उन्हें समुचित उपचार उपलब्ध करायें।

प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए उन्होने निर्देश दिया कि 25 आगनबाड़ी केन्द्र तथा 10 पेयजल योजना का वर्तमान स्टेटस की रिपोर्ट उपलब्ध करायें। इस योजना में धन आवंटन हेतु शासन को उनकी ओर से पत्र लिखवायें। उल्लेखनीय है कि जनपद में अल्पसंख्यक बाहुल्य नगर पालिका बस्ती तथा रामनगर ब्लाक इस योजना में चयनित है। उप निदेशक दिव्यांगजन अनूप सिंह ने बताया कि 12904 दिव्यांग लाभार्थियों को 1500 रूपये की पहली किश्त उनके खातों में भेजी जा चुकी है। बैठक का संचालन प्रभारी संयुक्त विकास आयुक्त/उप निदेशक अर्थ एवं संख्या एनएन राय ने किया। बैठक में उप निदेशक समाज कल्याण संजय त्रिपाठी, संयुक्त निदेशक सत्य प्रकाश त्रिपाठी, बीएसए जगदीश शुक्ल, मिड-डे-मील के मण्डलीय जिला प्रबन्धक मिथिलेश, कार्यक्रम अधिकारी सावित्री देवी, अनुपमा यादव, अल्पसंख्य कल्याण अधिकारी पूॅजा पाल, उप निदेशक दिव्यांगजन अनूप कुमार सिंह उपस्थित रहे। 

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