बस्ती में हैप्पी के बाद आस्था हास्पिटल भी सील

                       (अंकुर श्रीवास्तव) 

बस्ती (उ.प्र.) । बस्ती में दस दिनों के अन्तर पर एक एक कर दो अस्पताल सील किये गये। एक मरीज को आक्सीजन लगाकर पांच हजार रुपए प्रति घण्टे ले रहा था, तो दूसरा चालीस हजार में आक्सीजन सिलिंडर बेच रहा था। सवाल यह उठता है कि इस महामारी के दौर में पूरा प्रशासन अलर्ट मोड में है तो यह सब हो कैसे रहा है। आम जनता की बात करें तो यह बात आम हो रही है कि सेहत महकमें की नजर कमजोर है या जब पानी सिर से ऊपर हो जाता है, तो कार्रवाई करना मजबूरी हो जाती है। यानि कि मिली भगत की भी बू आती है। दो दिन पहले सील किये गये अस्पताल का रजिस्ट्रेशन न होने की बात कही जा रही है और यह अस्पताल वर्षों से संचालित हो रहा था। आखिर इतने दिनों से हो कैसे रहा था। यह नीम हकीम खतरे जान नहीं तो और क्या है ?

            (आस्था हास्पिटल पर जांच करने पहुंची टीम) 

गत 17 मई को एसओजी, स्वाट और कोतवाली पुलिस के संयुक्त अभियान में जरूरतमंदों से आक्सीजन के बदले मनमाने ढंग से पैसा वसूलने वाले स्थानीय पचपेड़िया में संचालित आस्था हॉस्पिटल पर छापा मारकर एसडीएम सदर के निर्देशन और उपस्थिति में उसे सील कर दिया गया। यहां आक्सीजन गैस की कालाबाजारी हो रही थी। कोरोना महामारी में आक्सीजन की भारी किल्लत है। जरूरतमंदों की मजबूरी का फायदा उठाकर आस्था हॉस्पिटल में 05 हजार रुपये वाले सिलेंडर 40 हजार रुपये मे बेचे जा रहे थे। बताया जा रहा है कि आस्था हास्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित भी हो रहा था। हास्पिटल के संचालक अनिरुद्ध चौधरी के भाई अजित चौधरी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। हास्पिटल सचालक अनिरुद्ध चौधरी फरार है | मौके से कार्यवाही के दौरान 5 आक्सीजन सिलेंडर बरामद हुए जिन्हें जब्त कर हॉस्पिटल को सील कर दिया गया। इस कार्यवाही में सदर नायब तहसीलदार कृष्ण कुमार मिश्रा, दिलीप कुमार सिंह, स्वाट टीम के मनोज राय, मानवेन्द्र प्रताप चंद, देवेंद्र निषाद, रमेश गुप्ता टीम के बुद्धेश कुमार, रामसुरेश यादव, दिलीप कुमार, अजय यादव, हरेन्द्र यादव, एसओजी प्रभारी विनोद यादव मौजूद रहे ।

इसके पहले सात मई को शहर के दक्षिण दरवाजा के पास स्थित हैप्पी हास्पिटल में मौत के सौदागर कोविड मरीजो के सांस का सौदा कर रहे थे। यहां कोविड मरीज के सांस की कीमत प्रति घंटे 5 हजार लगाई गई। अस्पताल प्रशासन की इस काली करतूत की शिकायत लोगों ने एसडीएम से कई, तो उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराई तो मामला सही पाया गया। इस पर अस्पताल को सील कर दिया गया। यहां कोविड-19 के मरीजों के इलाज में लापरवाही बरतने व निर्धारित शुल्क से अधिक शुल्क लेने पर कठोर कार्यवाही करते हुए उप जिलाधिकारी सदर आशाराम वर्मा ने हैप्पी हॉस्पिटल को सील कर दिया है। उन्होंने बताया इस हॉस्पिटल के सम्बन्ध में शिकायत मिली थी कि ऑक्सीजन लगाने के लिए यह मरीजों से प्रति घंटा रू. 5000 लेते हैं, जो कि निर्धारित शुल्क से काफी अधिक था। एसडीएम सदर ने डाॅ. फखरेयार हुसैन के साथ इसकी जांच किया और शिकायत सही पाया, इस संबंध में उन्होंने जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल को रिपोर्ट प्रस्तुत किया।
जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम सदर आशाराम वर्मा ने एसीएमओ डॉ. फखरेयार हुसैन एवं अन्य राजस्व अधिकारियों के साथ पहुंचकर इस हास्पिटल को सील कर दिया है। उन्होंने कड़ी चेतावनी दी है कि कोविड-19 के इलाज में लापरवाही बरतने या उनसे दुर्व्यवहार करने या उनसे निर्धारित शुल्क से अधिक शुल्क लेने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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