28 नवंबर से 4 दिस. तक होगी पुरूष नसबंदी


      (विशाल मोदी) 


परिवार नियोजन में पुरुषों की साझेदारी बढाने पर जोर, पुरुष नसबंदी पखवाड़ा शुरू, चार दिसम्बर तक चलेगा विशेष अभियान, बढ़ेगी पुरूषों की साझेदारी, संपर्क अभियान में ‘पुरूषों की साझेदारी- जीवन में लाए स्वास्थ्य और खुशहाली’ की थीम पर होगा आयोजन


बस्ती (उ.प्र.) । परिवार नियोजन में पुरूषों की साझेदारी बढ़ाने के उद्देश्य से लिए 21 नवम्बर से चार दिसम्बर तक पुरूष नसबंदी पखवाड़ा शनिवार से शुरू किया गया है, जो चार दिसम्बर तक चलेगा। पुरूषों की साझेदारी - जीवन में लाए स्वास्थ्य और खुशहाली की थीम पर इस पखवाड़े का आयोजन होगा। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनसाधारण को सीमित परिवार के बारे में जागरूक करना है और, नसबंदी के प्रति पुरूषों को प्रोत्साहित करना है। 



एसीएमओ आरसीएच डॉ. सीके वर्मा ने बताया कि आज से शुरू हुआ पखवाड़ा 21 नवम्बर से चार दिसम्बर तक पखवाड़ा दो चरणों में चलेगा। पहले चरण में दम्पत्ति संपर्क अभियान चलाकर परिवार नियोजन में पुरूषों की भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जबकि दूसरे चरण मेंं इच्छुक पुरूषों को नसबन्दी की सेवा प्रदान की जाएगी। 



डॉ. वर्मा ने बताया कि समाज में एक बहुत बड़ा मिथक है कि पुरूष यौन क्षमता प्रभावित होने के डर से नसबंदी नहीं करवाते हैं, जबकि यह सिर्फ एक भ्रांति है। पुरूष नसबन्दी करने की प्रक्रिया बहुत ही सुरक्षित और आसान है। सरकार लाभार्थी को प्रतिपूर्ति राशि भी देती है। उन्होंने बताया कि नसबंदी की प्रक्रिया पूरी होने में सिर्फ पांच से 10 मिनट का समय लगता है। परिवार नियोजन को अपनाने की पहल पुरूषों द्वारा भी की जानी चाहिए। इस कार्यक्रम का मुख्य उददेश्य नसबंदी के प्रति पुरूषों को प्रोत्साहित करना तथा परिवार नियोजन में बराबर की साझेदारी के लिए उन्हें तैयार करना है। 


उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन मे पुरूषों की भागीदारी बहुत ही कम है। पुरूषों की नसबंदी में भागीदारी बढ़ाने के लिए आज से पुरूष नसबंदी पखवाड़ा शुरू किया गया है। पखवाड़ा के प्रथम चरण में 21 नवम्बर से 27 नवम्बर तक आशा और एएनएम दम्पत्तियों से संपर्क करेंगी। उन्हें परिवार नियोजन क्या है, और इसकी क्यों आवश्यकता है पर, इस संबंध मे जानकारी देंगी। स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरूष नसबंदी के फायदे से अवगत कराते हुए इसकेे लिए प्रोत्साहित करेंगी, तथा इच्छुक पुरूषों का पंजीकरण कराएंगी। दूसरा चरण 28 नवम्बर से चार दिसम्बर तक चलेगा। इस चरण में पंजीकृत पुरूषों को नसबंदी की सेवा दी नसबंदी की जाएगी। उन्होंने बताया कि दम्पत्ति संपर्क अभियान के दौरान आशा एवं एएनएम बास्केट ऑफ च्वाइस के जरिए उन्हें परामर्श देंगी। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर कंडोम बॉक्स लगावाए जा रहे हैं। कंडोम बाक्स लगाए जाएंगे एवं कंडोम वितरण पर भी विशेष जोर दिया जाएगा।


पिछले साल हुई थी आठ पुरूष नसबंदी


पिछले वित्तीय वर्ष में जिले में केवल आठ पुरूष नसबंदी हुई थी, जबकि इसी अवधि में । जबकि इस सत्र में यह संख्या अभी तक शून्य हैं। वहीं पिछले साल 432 महिलाओं ने नसबंदी कराई थी। इस सत्र में अब तक 251 महिलाएं नसबंदी करा चुकी हैं। डॉ. वर्मा का कहना है कि पुरूष नसबंदी पखवाड़ा में ज्यादा से ज्यादा पुरूषों को परिवार नियोजन का महत्व बताकर उनमें से इच्छुक लोगों को नसबंदी के लिए तैयार किया जाएगा। 25 नवम्बर को जिला अस्पताल में मेगा कैम्प लगाकर नसबंदी कराई जाएगी।


       ➖    ➖    ➖    ➖    ➖


देश दुनिया की खबरों के लिए गूगल पर जाएं


लॉग इन करें : - tarkeshwartimes.page


सभी जिला व तहसील स्तर पर संवाददाता चाहिए


मो. न. : - 9450557628


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रमंति इति राम: , राम जीवन का मंत्र

स्वतंत्रता आंदोलन में गिरफ्तार होने वाली राजस्थान की पहली महिला अंजना देवी चौधरी : आजादी का अमृत महोत्सव

बस्ती में बलात्कारी नगर पंचायत अध्यक्ष गिरफ्तार