नहीं मिले डॉ. जेपी त्रिपाठी, बाढ़ में बह जाने की आशंका


(घनश्याम मौर्य) 


वाराणसी (उ.प्र.) । भटौली पुल के नीचे कार रोक कर गायब हुए बस्ती जिले के पूर्व सीएमओ एवं वर्तमान में मडलीय अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता डा. जेपी त्रिपाठी का आज दूसरे दिन भी कोई पता नहीं चला। जबकि पीएसी की फ्लड टीम, स्थानीय गोताखोरों के बाद दोपहर में आई एनडीआरएफ की टीम ने भी काफी खोजबीन की। गंगा के अलावा आसपास के गांवों में भी डाक्टर की तलाश की जा रही है।  



बता दें कि डॉ. जेपी त्रिपाठी कल सुबह ड्यूटी जाने के लिए निकलने के बाद कार रूकवाकर गंगा घाट की ओर गये और वापस नहीं लौटे। उनके नदी में कूदने की आशंका व्यक्त की जा रही है। करीब डेेढ़ माह पूर्व बस्ती सीएमओ पद से तबादले के बाद डा. जेपी त्रिपाठी की बतौर फिजिशीयन मण्डलीय अस्पताल में तैनाती हुई थी । उनकी पत्नी डा. सुनंदा वाराणसी में डाक्टर है। डा. जेपी त्रिपाठी प्रतिदिन कार से वाराणसी से मिर्जापुर मंडलीय अस्पताल ड्यूटी करने जाते थे । शनिवार की सुबह भी वह कार से मंडलीय अस्पताल जा रहे थे कि भटौली पुल पर कार खड़ी कराकर शौच के लिए उतरे और लापता हो गए। काफी देर तक उनका पता न चलने पर चालक पवन ने उनकी पत्नी और पुलिस को फोन कर जानकारी दी। सुबह देहात कोतवाल अभय सिंह और कछवां थानाध्यक्ष स्थानीय गोताखोर और पीएसी की फ्लड टीम ने गंगा में छह से सात किमी तक खोजबीन कराते रहे। दोपहर में डीएम, एसपी और सीएमओ ने भी गंगा किनारे पहुंच कर खोजबीन अभियान के बारे में जानकारी लेकर निर्देश दिया। दोपहर वाराणसी से एनडीआरएफ की टीम खोजबीन करने पहुंची। एनडीआएफ के जवानों ने दो बोट से गंगा में उतर कर खोजबीन किया। तैराक जवानों ने गंगा के अंदर डुुबकी मारकर काफी देर तक खोजबीन की पर कुछ भी पता नहीं चल सका। शाम को अंधेरा होने पर खोजबीन बंद कर दी गई।



डा. जेपी त्रिपाठी प्रतिदिन वाराणसी से आते-जाते थे। लापता होने के दो दिन पूर्व भी उन्होंने गंगा दर्शन के लिए गाड़ी रोकवाई थी। देहात कोतवाल अभय सिंह ने बताया कि चालक ने बताया कि दो दिन पूर्व पुलिस अधीक्षक बंगले के सामने गाड़ी रोकवाकर घाट से नीचे उतरकर गंगा किनारे पहुंचे और जल लेकर अपने ऊपर डाला। चालक ने बताया कि वह भी नीचे उनके साथ गया था। उनसे ऊपर चढ़ा नहीं जा रहा था। सहारा देकर उनको ऊपर लाया। दो दिन पूर्व भी गंगा किनारे जाने और अब गंगा किनारे से लापता होने की बात से लग रहा है कि कहीं दो दो दिन पहले भी तो गंगा में कूदने की कोशिश करने तो नहीं गए थे और साथ में चालक के जाने के कारण ऐसा नहीं कर सके। 


      गंगा के साथ गांव में भी खोजबीन


 डाक्टर की तलाश गंगा में ही नहीं बल्कि उनको गांवों में भी खोजा जा रहा है। आशंकावश गंगा में गोताखोर तो तलाशी अभियान चला ही रहे हैं। पुलिस गंगा किनारे सटे गांव के अंदर जाकर खोजबीन कर रही है कि कहीं डाक्टर खेत के रास्ते आगे तो नहीं निकल गए।


      गंगा किनारे जिलों को दी गई सूचना


 लापता डाक्टर जे. पी. त्रिपाठी की खोजबीन गंगा नदी में की जा रही है। ऐसे में आशंका है कि अगर वो गंगा में कूदे होंगे तो बाढ़ के चलते आगे बह गए होंगे। ऐसे में डीएम और एसपी ने गंगा किनारे वाराणसी और अन्य जिलों को सूचना दे दी है। बीते दिनों कैलहट में डूबे बालक का शव गाजीपुर में मिला था। आशंका जताई जा रही है कि अगर गंगा में कूदें होंगे तो वो आगे बह गए होंगे।


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