आईपीएस संजीव त्यागी को क्लीन चिट

(संतोष दूबे) 


लखनऊ । उत्तर प्रदेश में तैनात तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी संजीव त्यागी को आखिरकार क्लीन चिट मिल ही गई है। बता दें कि तबादले में उगाही को लेकर घिरे बिजनौर के पूर्व एसपी संजीव त्यागी को आईजी रमित शर्मा की जांच में क्लीन चिट मिली है। जांच के मुताबिक संजीव त्यागी ने ट्रांसफर में कोई गड़बड़ी नहीं की।



बता दें कि पिछले दिनों आईपीएस अधिकारी संजीव त्यागी पर गंभीर आरोप लगे थे कि उन्होने अपने तबादले के एक दिन पहले दरोगा, इंस्पेक्टर के तबादले किए और इन ट्रांसफर की एवज में उन्होने एक करोड़ की उगाही की। दरअसल शासन द्वारा आईपीएस संजीव त्यागी का बिजनौर से प्रतापगढ़ तबादला किया गया था। अपने तबादले से कुछ घंटों पहले ही संजीव त्यागी द्वारा सिपाहियों व दरोगा का रूटीन ट्रांसफर कर दिया गया था। लेकिन उसी दिन शाम होते होते किसी गहरी साजिश के तहत संजीव त्यागी के खिलाफ अफवाह फैला दी गई कि आईपीएस संजीव त्यागी ने सिपाहियों व दरोगा के तबादलों में बड़ा खेल खेला है और करोड़ों की उगाही की है। आईपीएस संजीव त्यागी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगने की खबर शासन के अधिकारियों के पास भी पहुंची तो मामले की नजाकत को समझते हुए उनका ट्रांसफर प्रतापगढ़ रोक दिया गया और उन्हे डीजीपी मुख्यालय अटैच कर दिया गया। वहीं मुरादाबाद के आईजी रमित शर्मा को पूरे प्रकरण की जांच के लिए बिजनौर भेजा गया।


        त्यागी ने नियम से किए ट्रांसफर


आपको बता दें कि आईजी की जांच में आईपीएस अधिकारी संजीव त्यागी बेदाग साबित हुए हैं। उन पर लगाया गया भ्रष्टाचार का आरोप सिद्ध नहीं हुआ है। आईजी की जांच के मुताबिक संजीव त्यागी ने नियम से ट्रांसफर किए थे और उनके खिलाफ तबादले में उगाही की अफवाह उड़ाई गई थी। बता दें कि आईजी ने अपनी जांच रिपोर्ट शासन को भी भेज दी है।


           ➖   ➖   ➖   ➖   ➖


देश दुनिया की खबरों के लिए गूगल पर जाएं


लॉग इन करें : - tarkeshwartimes.page


सभी जिला व तहसील स्तर पर संवाददाता चाहिए


मो. न. : - 9450557628


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रमंति इति राम: , राम जीवन का मंत्र

स्वतंत्रता आंदोलन में गिरफ्तार होने वाली राजस्थान की पहली महिला अंजना देवी चौधरी : आजादी का अमृत महोत्सव

निकाय चुनाव : बस्ती में नेहा वर्मा पत्नी अंकुर वर्मा ने दर्ज की रिकॉर्ड जीत, भाजपा दूसरे और निर्दल नेहा शुक्ला तीसरे स्थान पर