हर मुसीबत से सदा ही तो बचाया तुमने - गजलकार बेनाम
ग़ज़ल
हर मुसीबत से सदा ही तो बचाया तुमने।
वो कभी गिर न सका जिसको उठाया तुमने ।।
प्रेम के धागे से आएगा खिंचा ख़ुद ही मोहन ।
आज मीरा की तरह उसको बुलाया तुमने ।।
रूह भटकेगी मेरी चैन न पाएगी अगर ।
मेरी चाहत का कभी हर्फ़ मिटाया तुमने ।।
दर बदर हो के रहा जाता नहीं दुनिया में।
राह की धूल था माथे पे सजाया तुमने।।
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रचना प्रकाशन हेतु प्रमाण पत्र
सेवा में,
सम्पादक महोदय
तारकेश्वर टाइम्स
हिंदी दैनिक पत्र
बस्ती (उत्तर प्रदेश)
श्रीमान जी,
सविनय निवेदन यह है कि मेरी यह ग़ज़ल नितांत मौलिक,अप्रकाशित और अप्रसारित है और मैं इसके प्रकाशन का अधिकार तारकेश्वर टाइम्स हिंदी दैनिक पत्र को देता हूँ ! आशा है मेरी इस रचना का यथासंभव उपयोग आपके पत्र में हो सकेगा !
धन्यवाद
भवदीय
बलजीत सिंह बेनाम
जन्म तिथि:- 23/5/1983
शिक्षा:- स्नातक
सम्प्रति:- संगीत अध्यापक
उपलब्धियां:- विविध मुशायरों व सभा संगोष्ठियों में काव्य पाठ
विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित
विभिन्न मंचों द्वारा सम्मानित
सम्पर्क सूत्र: 103/19 पुरानी कचहरी कॉलोनी, हाँसी
मोबाईल नंबर : - 9996266210
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