1,36000 बरामद , धोखाधड़ी कर पैसे निकालने वाला गिरफ्तार
तारकेश्वर टाईम्स (हि.दै.)
अम्बेडकर नगर (उ.प्र.)। अपराध व साइबर अपराधों की रोकथाम व अपराधियों के विरुद्ध निरंतर की जा रही कार्यवाही के तहत पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी व अपर पुलिस अधीक्षक अवनीश कुमार मिश्र के कुशल निर्देशन व क्षेत्राधिकारी नगर धर्मेंद्र कुमार के नेतृत्व में सर्विलांस सेल बी की टीम व थाना बसखारी पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा मु0अ0सं0 55/2020 धारा 419, 420 भादवि व 66 आई0टी एक्ट से संबंधित अभियुक्त सत्यम सिंह पुत्र वीरेंद्र प्रताप सिंह निवासी मरौचा थाना बसखारी अम्बेडकर नगर, विपुल पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी कटघर नारियाव थाना जहांगीरगंज को दिनांक 25-02- 2020 को गिरफ्तार कर उनके द्वारा धोखाधड़ी कर आहरित किए गए 1,36500 रुपये नगद व दो मोबाइल फोन बरामद किया गया।
पुलिस अधीक्षक द्वारा अम्बेडकर नगर के सर्विलांस बी टीम के प्रभारी उप निरीक्षक राजीव श्रीवास्तव को बबिता सिंह निवासी मरौचा थाना बसखारी के एकाउंट से धोखाधड़ी कर पैसा आहरित वाले गिरोह का पर्दाफाश करने हेतु निर्देशित किया गया था।आवेदिका द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र पर पंजीकृत मुकदमा की जांच में पाया गया कि एसबीआई एकाउंट नंबर- 3108 4551 336 से विभिन्न दिनांको में POS ATM PURCH के माध्यम से पेटीएम वॉलेट में पैसा ट्रांसफर किया गया ।जिसको पेटीएम सर्वर से उक्त एकाउंट नंबर की जानकारी प्राप्त की गई तो ज्ञात हुआ कि आवेदिका के एकाउंट से जिस पेटीएम वॉलेट में पैसा ट्रांसफर हुआ है।वह पेटीएम वॉलेट सत्यम सिंह द्वारा अपनी मोबाइल फ़ोन में पेटीएम एप्प डाउनलोड कर अपने साथी विपुल सिंह के मोबाइल नम्वर 9984497332 से पेटीएम आईडी0 जनरेट कराया था। उपरोक्त मो0न0 9984 497332 बंद पाया गया तथा उपरोक्त नंबर का सिम विपुल ने तोड़ कर नष्ट कर दिया गया था। उसकी पूर्व की कॉल डिटेल चेक करने विपुल सिंह व सत्यम सिंह के द्वारा बराबर वार्ता किया जाना पाया गया।पूछताछ में सत्यम सिंह ने बताया कि बबिता सिंह मेरी चचेरी बहन है इनका घर मेरे घर के बगल में है,मेरे इनके घर आना जाना था।मैं इनके कमरे में बैठ कर इनकी मोबाइल व एटीएम कार्ड भी देखता था मेरी चचेरी बहन होने के नाते मेरे ऊपर कोई रोक-टोक नहीं था उसी बात का फायदा उठाकर उनके एटीएम व मोबाइल नंबर से ओ.टी.पी. नंबर लेकर पैसे निकालते थे। पैसे पेटीएम पर ट्रांसफर करता रहा विपुल सिंह के मोबाइल नंबर से अपने मोबाइल नम्बर से अपने मोबाइल पर जनरेट कर पैसे अपने साथी के साथ निकालते थे।मैंने विपुल सिंह को 50000 रुपये दिया था।शेष पैसे मैंने अपने पास रखा था जिसमें कुछ पैसे हम लोगो ने खर्च कर दिए हैं।86500रुपये मेरे पास बचे हैं।पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने प्रेसवार्ता के दौरान किया खुलासा।गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक दयाशंकर सिंह,वरिष्ठ उप निरीक्षक वीरेंद्र कुमार राय,उप निरीक्षक प्रदीप कुमार सिंह,उप निरीक्षक अभय कुमार, कांस्टेबल रोहित सिंह,कांस्टेबल इफ्तिखार खाँ, व सर्विलांस बी टीम उप निरीक्षक राजीव श्रीवास्तव, कांस्टेबल अवनीश सिंह सेंगर, कांस्टेबल अंगद रहे।
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