कल सूर्य ग्रहण : राशियों पर असर और लाभकारी उपाय
तारकेश्वर टाईम्स (हि0दै0)
( पं0 लालभूषण मणि त्रिपाठी ) इस बार खग्रास सूर्यग्रहण 26 दिसंबर को प्रात: कासी के समयानुसार 8: बजे से ग्रहण काल शुरू हो जाएगा जोकि प्रात: 11:14 बजे तक रहेगा। वैसे तो संपूर्ण ग्रहण 1:36 बजे तक खत्म होगा यानी ग्रहण काल इस बार 5 घंटा 36 मिनट का है। दक्षिण भारत में इस ग्रहण को अच्छे से देखा जा सकेगा जोकि चमकदार अंगूठी की तरह दिखेगा। ये वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा । ग्रहण से पहले सूतक काल की जिज्ञासा सबसे ज्यादा होती है , ताकि गर्भवती महिलाओं और इस दौरान पूजा पाठ करने वाले लोग इसकी तैयारी कर सकें। तो सूतक काल 25 दिसंबर को ही रात रात 8 बजे लग जाएगा ।
यह सूर्य ग्रहण ऊटी , मंगलुरु , कासरगोड , करूर , कोझिकोड , कोयम्बटूर , शिवगंगा , तिरुचिरापल्ली , अल होफुफ तथा सिंगापुर में वलयाकार सूर्यग्रहण दिखाई देगा । तो वहीं आंशिक सूर्य ग्रहण नई दिल्ली , पुणे , जयपुर , लखनऊ , कानपुर , नागपुर , इन्दौर , ठाणे , कोलकाता , चेन्नई , अहमदाबाद , सूरत , भोपाल , विशाखापट्टनम , पटना, लुधियाना, आगरा, रियाद, कराची, कुआलालम्पुर में दिखाई देगा ।
राशियों पर असर
कन्या , तुला और कुंभ राशि को इस ग्रहण के प्रभाव से लाभ मिलेगा । उनकी पर्सनल लाइफ से लेकर प्रोफेशनल लाइफ में तरक्की होगी। इसके अलावा पदोन्नति के आसार भी दिख रहे हैं। जबकि कर्क, वृश्चिक, धनु और मीन राशि के लिए कष्ट लेकर आएगा ये ग्रहण। स्वास्थ्य, आर्थिक हानि और तनाव जैसे संकट का कारक हो सकता है ये ग्रहण । इसके लिए अतिरिक्त अन्य राशियों को भी मध्यम स्तर का ग्रहण प्रभाव दिखाई देगा। अत्यधिक धन खर्च, संपन्न हो रहे कार्यों में बाधा आदि सूर्य ग्रहण के प्रभाव से हो सकता है। यह सूर्य ग्रहण वर्ष का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा, और यह बहुत ही महत्वपूर्ण ग्रहण है ।
यह ग्रहण मूल नक्षत्र और धनु राशि और गुरुवार के दिन में होगा और उस समय होगा जब सूर्य अपने पूर्ण कला की ओर बढ़ रहा होगा ।
सबसे खास बात इस ग्रहण की यह है कि यह धनु राशि में लग रहा और धनु राशि मे ही इस समय 6 ग्रही अर्थात खिचड़ी योग बना हुआ है , अर्थात चन्द्र , केतु , सूर्य , शनि , गुरु और बुद्ध । देखने की बात यह कि ये सब परस्पर शत्रु ग्रह हैं । अतः यह ग्रहण धनु राशि के लिए थोड़ा ज्यादा प्रभावित करेगा , इसलिए धनु राशि के जातकों को थोड़ा ज्यादा सावधानी बरतना चाहिए ।
कुछ उपाय जो आप कर सकते हैं
खास कर धनु राशि के जातकों को चाहिये कि वो श्री गणेश जी के संकटनासन स्त्रोत्र का पाठ ग्रहण के दौरान करना चाहिये, और यदि ये लोग अथाह सफलता चाहते है तो गंगा नदी के किनारे गणेशअथर्वशीर्ष का पाठ कर लें तो वह सिद्ध हो जाएगा और उन्हें भविष्य में किसी तरह का कष्ट नहीं होगा ।
कुछ खास लाभकारी उपाय
1 - ग्रहण के दौरान मानसिक गायत्री जप करें ।
जिन लोगों ने गुरु मंत्र लिया है वो अपने गुरु मंत्र का मन ही मन जप अवस्य करें। 2 - ग्रहण खत्म होने के बाद गङ्गा स्नान का महत्व है यदि यह स्नान कासी या कुरुक्षेत्र में किये जायें तो बहुत लाभ है । अन्यथा घर मे ही किसी साफ बर्तन में पहले गङ्गा जल डालें फिर शुुुुद्ध जल डाल कर स्नान करें , यहां एक बात का ध्यान रखें कि जल में गंगा जल नही डाले बल्कि गंगाजल में जल डालने हैंं । 3- अपने घर मे ग्रहण खत्म होने के बाद गङ्गा जल और गौमूत्र का अलग अलग छिड़काव करें । 4 - जिन जातकों की कुंडली पित्र दोष है वह इस दिन ग्रहण खत्म होने के बाद खीर को कंडे की आग में दक्षिण दिशा की ओर मुह करके कमसे कम 3 आहुति दे, यहां कोई मन्त्र पढ़ने की आवश्यकता नही है ,
बस सभी पितरों का ध्यान करें । 5 - ग्रहण खत्म होने के बाद अपने पुराने साफ सुथरे कपड़े किसी जरूरतमंद या किसी सफाई कर्मी को दे इससे आपकी स्वास्थ्य समस्याओं का निवारण होगा । 6 - यदि आप कार्यकारी है और आप कुछ भी करने में समर्थ नही है तो कमसे कम ग्रहण काल मे भोजन न करें, और मन ही मन अपने गुरु मंत्र या गायत्री मंत्र , या जो भी मन्त्र आप को आता हो उसका मानसिक जप अवश्य करते रहें और अपना कार्य करते रहें , जब ग्रहण खत्म हो जाये तो यदि सम्भव हो तो हाथ पैर धोकर और ऊपर जल छिड़क लें और कुछ भी धन सफाई कर्मी को दे दें ,
यदि सफाई कर्मी न मिले तो किसी भी जरूरतमंद को दे दें ।
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